साइबर सेल की नज़र पड़ी तो आई हरकत में……मामला ग्रामीण क्षेत्र का…अब तक 20 मामले दर्ज, 15 के लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश
एसएनई नेटवर्क.अमृतसर।
यहां की पुलिस का साइबर सेल काफी सक्रिय हो चुका हैं। उसकी नजर से कोई भी सोशल मीडिया में अपराध करने वाला बच नहीं पा रहा हैं। आखिर पीछे से प्रदेश के मुख्यमंत्री का आदेश एवं पंजाब पुलिस निदेशक का डंडा चल रहा हैं। पंजाब के अमृतसर ग्रामीण से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई हैं। एक 10 वर्ष के बच्चे तथा उसके पिता तथा अन्य सहयोगी के खिलाफ गन-कल्चर प्रमोट करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि बच्चे के पिता ने अपने बेटे के हाथ में बंदूक तथा शरीर पर गोलियों का पट्टा बांध दिया। फिर उसकी फोटो को खींचकर अपनी फेसबुक पर अपलोड कर दिया।
उधर, पुलिस ने इस मामले में बच्चे की जानकारी देने से साफ इंकार कर दिया हैं। क्योंकि, बच्चा 10 वर्ष का हैं। कानून के मुताबिक, अपराध श्रेणी में 10 वर्ष तक के बच्चे की पहचान को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता हैं। लेकिन, इस मामले में कहीं न कहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे है , क्योंकि, बच्चे को प्रमोट करने के लिए पिता ने मजबूर किया। ऐसे में बच्चे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का औचित्य नहीं बनता। सामने यह भी आया कि फेसबुक पेज पिता का था। वहीं, ग्रामीण पुलिस के रिकॉर्ड मुताबिक, फेसबुक में गन कल्चर को प्रमोट करने वाले लगभग 20 के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका हैं। गिरफ्तारी कितने लोगों की हुई , इस बारे किसी तरह से कोई पुष्टि नहीं की। इसके अलावा 15 लोगों के लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश विभाग को की गई।
साइबर सेल एक्टिव
पुलिस विभाग के साइबर सेल के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि उनकी टीम 24 घंटा सक्रिय हैं। प्रत्येक फेसबुक एवं सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही हैं। किसी प्रकार से कोई भी गन कल्चर को प्रसारित करने का मामला सामने आता है तो उसके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जा रही हैं। अब तक 20 के लगभग गन-कल्चर को प्रसारित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। 15 के करीब का हथियार के लाइसेंस को रद्द करने की विभाग में लिखित रूप से सिफारिश की गई।