.पहले किसान की फसल आढ़ितयों ने चुरा ली…..फिर पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई…निराश होकर पी लिया जहर…..पुलिस कार्रवाई से नाखुश किसानों ने लगा दिया थाना के बाहर धरना…….फिर जाकर दर्ज की ”FIR”

FARMJER LEADER SARWAN SINGH PANDHER ADDRESSED THE FARMERS IN FRONT OF THE THANA KATHUNAGAL

चेतावनी….1 हफ्ते में कथित अपराधी सलाखों के पीछे नहीं हुए तो पूरे पंजाब में होगा प्रदर्शन–सरवण सिंह पंधेर

एडिटर-इन-चीफ विनय कोछड़.अमृतसर/चंडीगढ़। 

आढ़तियों द्वारा फसल चोरी करने के मामले में एक किसान ने खतरनाक कदम उठा लिया। जहर पीकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने का प्रयास किया। गंभीर हालत में वह अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में जिंदगी मौत से संघर्ष कर रहा है। चिकितस्कों ने किसान की हालत काफी नाजुक बताई है। मामला, पंजाब के जिला अमृतसर के थाना कत्थूनंगल क्षेत्र के अधीन गांव तलवंडी दसौधा सिंह से जुड़ा हुआ। पुलिस पर आरोप लगा कि उन्होंने किसान की शिकायत पर पूर्व में कोई कार्रवाई नहीं की। इस वजह से किसान ने आत्मदांह का प्रयास किया।

शनिवार की सुबह थाना के बाहर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष सरवण सिंह पंधेर के नेतृत्व में सैंकड़ों की संख्या में किसानों ने धरना दिया। इसके उपरांत पुलिस ने आढ़ती सहित कुल 3 के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया। फिलहाल, किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। किसान संगठन ने चेतावनी दी कि अगर 1 हफ्ता के भीतर आपराधियों को पकड़ा नहीं गया तो पूरे प्रदेश में संघर्ष किया जाएगा। इसके लिए सरकार तथा प्रशासन जिम्मेंदार होगा। 

क्या था पूरा मामला.जानिए, खास रिपोर्ट में……?

दरअसल, किसान सविंदर सिंह ने गांव तलवंडी दसौधा सिंह के आढ़़ती हरजिंदर सिंह तथा लखविंदर सिंह से 7 एकड़ जमीन ठेका पर ली हुई थी। 5 एकड़ जमीन पर उगी फसल को किसान ने 2 दिन पहले काट लिया, जबकि, 24 अप्रैल की रात को उक्त आढ़तियों ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर 2 एकड़ जमीन पर उगी फसल को चोरी कर लिया। किसान ने जब देखा तो तत्काल संबंधित थाना कत्थूनंगल पुलिस के पास लिखित तौर पर शिकायत लेकर गया। पुलिस ने किसान की कोई सुनवाई नहीं की। निराश होकर किसान ने शानिवार अल सुबह जहर निगल लिया। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए, जहां के चिकित्सक उसकी हालत को नाजुक बता रहे है।   

किसान नेता ने कहीं बड़ी बात

किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि किसान के साथ बहुत बुरा हुआ है। आढ़तियों ने उसके साथ सरासर धोखा कर फसल को चुराया है। अगर पुलिस बड़ी कार्रवाई पहले ही कर देती तो शायद किसान को आत्मदांह के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता । मुझे मालूम है कि पीड़ित किसान के साथ समझौता करने के लिए पुलिस प्रशासन तथा आढ़ियों द्वारा दबाव भी डाला जाएगा। मगर पीड़ित परिवार घबराए मत, संगठन उनके साथ खड़ा है, जिन्होंने अपराध किया है, उन्हें सजा दिला कर ही रहेंगे। अगर पुलिस ने अपराधियों को जल्द नहीं पकड़ा तो आंदोलन पूरे पंजाब में चलेगा। 

पुलिस प्रशासन पर उठता है बड़ा सवाल

अगर, पीड़ित किसान ने पुलिस को शिकायत दी थी तो पुलिस ने क्यों उसे हलके में लिया। क्यों नहीं पहले कानूनी कार्रवाई की गई।  शायद पहले कार्रवाई की जाती है तो किसान कभी आत्मदांह नहीं करता। इससे यह साबित हो जाता है कि पुलिस पूर्व में ही इंतजार कर रही थी कि कोई बड़ी घटना हो फिर जाकर वे लोग कानूनी कार्रवाई करें। संविधान तथा कानून के मुताबिक, यह बिल्कुल गलत है। ऐसे में जिन-जिन पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा लापरवाई की गई, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में फिर इस प्रकार कोई गलती नहीं कर सके। 

सरकार को उठाना होगा बड़ा कदम

प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान को किसान के मुद्दों को लेकर काफी गंभीरता से लेना होगा। क्योंकि, लंबे समय से पंजाब की कई जायज मांगें हैं, जिन्हें सरकार ने अभी तक नहीं माना है। इससे किसानों में सरकार के खिलाफ काफी रोष पाया जा रहा है। आज के मामले को लेकर पीड़ित परिवार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी इंसाफ की मांग की। उनके मुताबिक, जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में फिर से किसी किसान को आत्मदांह करने की आवश्यकता नहीं पड़े। 

मामला दर्ज कर लिया गया…..फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई

थाना प्रभारी एसएचओ सतपाल सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार के बयान पर कुल 3 के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया। फिलहाल, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। सभी फरार है, अलग-अलग टीम पकड़ने के लिए लगातार उनके ठिकानों पर दबिश दे रही है। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। 

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