
प्रधानमंत्री का काले कानून वापस लेना………..किसानों की ऐतिहासिक जीत
शिवसेना बाल-ठाकरे राज्य उप-प्रमुख ने शहादत हासिल करने वाले 800 किसानों को शहीद का दर्जा देने की सरकार से की मांग
पवन कुमार.अमृतसर।
राष्ट्र विरोधी ताकतों के खिलाफ कड़ा पहरा देने वाली शिवसेना बाल-ठाकरे के राज्य उप-प्रमुख हरविंदर सोनी ने कहा कि तीन कृषि कानून वापस लेना , किसानों के लिए एक ऐतिहासिक जीत करार दिया। इस दौरान अमृतसर जिला अध्यक्ष राजिंदर सहदेव व राज्य सचिव आशीष अरोड़ा विशेष रूप से उपस्थित हुए।
सोनी गुरु-नगरी शुक्रवार शिवसेना बाल-ठाकरे के जिला अध्यक्ष राजिंदर सहदेव के यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन दौरान 800 किसानों ने अपनी जान गंवाकर इस संघर्ष को ज़िंदा रखा, जिसके कारण ही ये जीत सम्भव हो सकी है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि इन शहादत हासिल करने वाले किसानों को तत्काल शहीद का दर्जा देना चाहिए, ताकि, उनके परिवार को इंसाफ मिल सकें।
इस मौके पर दीपक शर्मा,राजू ठाकुर,युवासेना प्रभारी जितेंद्र सहदेव,शहरी प्रमुख रमन शर्मा,सूरज ठाकुर,टिक्का ठाकुर,रवि कुमार,सुरिंदर रावत,दविंदर,राजिंदर मान, आदि उपस्थित थे।
खालिस्तानी मूवमेंट पर जोरदार तमाचा
सोनी ने कहा कि काले कानून रद्द होने से खालिस्तानी मूवमेंट पर भी जोरदार तमाचा पड़ा है जो किसानी संघर्ष की आड़ में राष्ट्र के खिलाफ गलत माहौल पैदा कर रही थी। गुरवंत सिंह पन्नू सहित बड़े आतंकी आगामी चुनावों में किसानों को भड़काकर अपना उल्लू सीधा करने के प्रयास में थे, परन्तु मोदी ने कानून रद्द करके खालिस्तानी आतंकियों के नापाक इरादे भी रद्द कर दिए हैं।
शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे को दी बधाई
सोनी ने कहा कि जिस तरह पाकिस्तान द्वारा बॉर्डर पर ड्रोन की सहायता से पंजाब में हथियार भेजे जा रहे हैं उससे ये साफ था कि आगामी चुनावों में दहशतगर्दी को अंजाम दिया जाना था। परन्तु अब किसानी कानून रद्द होने से किसानों की आड़ में ये सम्भव नही हो सकेगा। उन्होंने ईमेल करके शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे,कद्दावर नेता संजय राउत तथा अनिल देसाई को बधाई दी। जिन्होंने गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचकर सबसे पहले किसानों को समर्थन देते हुए हौसला अफजाई की थी। उन्होंने कहा कि किसानों ने अपने जीवन की बड़ी जीत हासिल कर दृढ़ता की एक मिसाल पेश की है।