परवीन सहगल.अमृतसर।
इन तस्वीरों को देखकर शायद लगता नहीं कि यह स्मार्ट सिटी ऑफ अमृतसर हैं। पिछले एक माह से पुरानी सब्जी मंडी (बाहरी हाल-गेट) में स्थित सड़क पर 3-4 फुट तक पानी जमा हैं। वाहन-राहगीर परेशान हो रहे हैं। 2-3 किलोमीटर दूरी पर स्थित नगर-निगम का कार्यालय है। इन तस्वीरों को देख कर लगता है कि निगम जानबूझकर अनजान होने का ड्रामा रच रही हैं। शायद यह भी कहा जा सकता है कि वर्तमान की आम आदमी पार्टी के इकलौते मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू को इन तस्वीरों की भनक भी नहीं हैं। लेकिन, आसपास के लोग तथा दुकानदार सरकार तथा निगम की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। आरोप लगा है कि ऐसा नहीं है कई बार निगम को वे लोग शिकायत कर चुके है, लेकिन, इन सबके बावजूद उनकी समस्या का अब तक समाधान नहीं निकाला गया।
ऐतिहासिक शहर अमृतसर विश्व पटल में अपनी अलग पहचान रखता हैं। केंद्र से लेकर राज्य सरकार शहर के सौंदर्यीकरण के लिए कई हजार करोड़ फंड खर्च चुकी हैं। लेकिन, हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आने पर कहीं न कहीं विकास पर भी सवाल खड़े हो जाते हैं। अमृतसर को नगर-निगम स्मार्ट सिटी का दर्जा देते हैं। अपने क्षेत्र अधीन दायरे में विकास करने का दावा करती हैं। किसी प्रकार की समस्या का समाधान करने का झूठा प्रचार भी करती हैं। यू कहें कि निगम अधिकारी अपनी पीठ थपथपाने से भी नहीं चूकते हैं।
सच्चाई तो यह है कि अमृतसर का केंद्र हाल-गेट के पास पुरानी सब्जी मंडी की सड़क , पिछले एक माह से पानी में डूबी है। राहगीर-आमजन वहां से निकल पाने में कई समस्याओं से गुजर रहे है। कोई, इस समस्या का हल नहीं ढूंढ पा रहा हैं। एकदम, इस हिस्से को नजरअंदाज किया जा रहा है। निगम से लेकर मेयर तक नहीं, लोगों की लंबी समस्या का विकल्प निकाल पाए हैं। गौर करने वाली बात यह है कि यह सड़क कई लोगों को चोट पहुंचाने की साक्षी बन चुकी है। उसके बावजूद कोई हल नहीं निकाल पाना, स्थानीय प्रशासन तथा राज्य की आप सरकार के खिलाफ बड़ा सवाल खड़ा होना भी सही है।
पर्यटन के प्रति जा रहा गलत संदेश
अमृतसर को वर्तमान में पर्यटन नगरी के नाम से भी जाना जाता है। प्रतिदिन डेढ़ लाख के करीब देश-विदेश से पर्यटक अमृतसर पहुंचते है। सबसे बड़ी बात , इसी सड़क पर कई पर्यटकों के वाहन तथा बसें खड़ी होती है। सड़क पर जमा पानी की वजह से पर्यटकों के प्रति भी गलत संदेश जा रहा है। कई पर्यटकों ने तो हमारे संवाददाता से इस समस्या को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते कहा कि अमृतसर खूबसूरत शहर है, लेकिन, इस सड़क में गंदा पानी इकट्ठा होने से , उन्हें भी कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ा, पता नहीं निगम प्रशासन क्यों नहीं इसका कुछ नहीं करता हैं।
यह-यह लोग हैं, जिम्मेदार, हल करना उनका बनता दायित्व
पूरी पड़ताल करने के उपरांत पता चला है कि इस समस्या के पीछे निगम के छोटे कर्मचारियों से लेकर बड़े कर्मचारी जिम्मेदार है। ये लोग जानबूझकर , इस समस्या को टाल रहे है। शिकायत मिलने के बावजूद, इस पर गौर नहीं किया जा रहा है। हल करना इनका दायित्व बनता हैं, लेकिन सब लोग अपनी-अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है।
लोगों की मांग समस्या का हल हो या फिर बड़ी कार्रवाई
आसपास के लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते कहा कि यह काफी गंभीर समस्या है। कई बार वे लोग निगम को शिकायत तक दे चुके है। किसी ने भी इसका निवारण करना उचित नहीं समझा। उन्होंने निगम से मांग की कि इस समस्या का हल जल्द से जल्द निकाला जाना चाहिए, अन्यथा, जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भगवंत मान सरकार बड़ी कार्रवाई करें।
किसी अधिकारी की नहीं आई प्रतिक्रिया
इस मामले को लेकर हमारे संवाददाता ने निगम अधिकारियों से संपर्क किया। किसी अधिकारी ने इस समस्या पर कोई उचित जवाब तक नहीं दिया। मेयर किसी कार्य में व्यस्त होने का हवाला देकर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दे सकें।