चेताया-पुलिस-सिविल प्रशासन उनके काम में नहीं डाले रुकावट
नितिन धवन.विकास कौड़ा.शम्मी भनोट.विशाल आनंद/बठिंडा/चंडीगढ़।
पंजाब के खिलाफ प्रांत की एक पंचायत ने सर्वसम्मति के साथ संशोधन डालकर एक बड़ा फरमान जारी किया। मामला पंजाब के बठिंडा की पंचायत गांव कालझरानी से जुड़ा है। ग्राम की सरपंच महिला कौर है, जबकि कामकाज उनके पति दतिंदर सिंह सिंह देखने की बात सामने आई। फरमान जारी करने की बाकायदा सोशल मीडिया में एक वीडियो खूब वायरल भी हो रही है। पंचायत ने साफ तौर पर चेतावनी कहा कि चिट्टा बेचने वालों के हाथ-पांव तोड़ दिए जाएगो। पुलिस तथा सिविल प्रशासन को साफतौर पर चेताया की कि वे उनके कामकाज में रुकावट नहीं डाले। क्योंकि, ढीली कानूनी कार्रवाई की वजह से नशा बेचने वाले जल्द ही बाहर आ जाते है।

दरअसल, पंजाब में नशे की वजह से युवा पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। खासकर, हेरोइन (चिट्टा) के कई युवा आधी हो चुके हैं। इसकी लत से कई घर तबाह हो चुके है। सख्त कानून के बावजूद बड़े मगरमच्छ, इस दायरे से बाहर है। सरकार द्वारा नशा के प्रतिबंध लगाने के दावे इस वक्त फेल हो जाते है, जब आए दिन नशा बेचने वालों की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो जाती है। इतना ही नहीं, पुलिस पर कई बार संगीन आरोप लग चुके है कि नशा बेचने वालों को कई पुलिस कर्मी तथा अधिकारी उन्हें संरक्षण देती है।

फिलहाल बात कीजिए, कालझरानी पंचायत की तो उसका फरमान बिल्कुल ठीक है। क्योंकि, पंचायत फरमान जारी करने के उपरांत नशा बेचने वालों के घर दस्तक दी तथा उन्हें चेतावनी भी दी सुधर जाए, अन्यथा परिणाम काफी गंभीर होगा। साथ ही साथ वीडियो बनाई जा रही है। पंचायत के साथ भारी संख्या में ग्रामीण भी उनका समर्थन करते दिखाई दे रहे है।
इस बीच बठिंडा की पुलिस प्रमुख अमनीत कौंडल का बड़ा बयान सामने आया है कि अगर नशा बेचने वाला पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कर्मी की कोई संलिप्तता सामने आती है तो उसे भी नहीं बख्शा जाएगा। क्योंकि, नशा पंजाब के लिए गंभीर विषय है।