सावधान…..यह गजक नहीं है, इसे मिट्टी में मिलाकर बनाया गया है…..मंजर देख स्वास्थ्य विभाग रह गया दंग

वरिष्ठ पत्रकार.बठिंडा। 

अगर आप भी गजक खाने के शौकीन है तो सावधान हो जाए, क्योंकि, गचक को निर्मित करने से एक बहुत बड़ी खबर सामने आई। ताजा वीडियो मंगलवार की देर सायं खूब तेजी से सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। दरअसल, वीडियो स्वास्थ्य विभाग ने अपनी कार्रवाई के दौरान बनाया है, लेकिन किसी ने इसे सोशल मीडिया में अपलोड कर दिया है। वीडियो में साफतौर पर दिखाई दे रहा है कि कैसे गजक बनाने वाला एक कर्मचारी पैरों के नीचे दबाकर उसे पीस रहा है। पता चला है कि वीडियो बठिंडा शहर के एक गचक निर्मित करने वाली फैक्ट्री की है। फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग ने फैक्ट्री संचालक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सैंपल ले लिया है तथा साथ-साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री बिना लाइसेंस के ही चल रही थी। 

हेल्थ अधिकारी नवदीप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि फैक्ट्री बिना लाइसेंस ही चल रही थी।। गजक अनहाइजीनिक पाई गई। जिसके सैंपल लिए गए हैं। यहां साफ-सफाई का कोई उचित प्रबंध नहीं था। फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। साथ ही वहां मिली गजक को भी सील कर दिया गया है। इसके अलावा फैक्ट्री मालिक विनोद कुमार का चालान काटा गया है और उसे बठिंडा एडीसी कार्यालय में पेश होने के निर्देश दिए गए हैं।


1 लाख तक हो सकता है जुर्माना


डीएचओ अमृतपाल सिंह ने बताया कि फैक्ट्री सीज हो गई है। अब जांच पूरी करके मालिक विनोद कुमार के खिलाफ चालान काटकर बठिंडा एडीसी कार्यालय में पेश किया जाएगा। मामले की पूरी सुनवाई अब एडीसी कार्यालय द्वारा की जाएगी। इसमें दोषी पाए जाने पर 10 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक जुर्माना का प्रावधान है।


किडनी पर असर


डॉक्टर ने बताया कि गजक में यदि खराब क्वालिटी की चीनी, गुड़, तिल व अन्य केमिकल डाले जाते हैं तो इसका हेल्थ पर काफी प्रभाव पड़ता है। इससे पेट की बीमारियों के अलावा किडनी की समस्या भी हो सकती है। कई बार गजक में मिट्टी की मिलावट भी की जाती है। इस सूरत में गजक के छोटे टुकड़े को पानी में डालकर देख सकते हैं कि उसमें मिट्टी है या नहीं। मिट्टी होगी तो पानी में नीचे जम जाएगी। इसलिए गजक खरीदते समय ध्यान रखें कि वह अच्छी क्वालिटी की ही खरीदें।

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