वरिष्ठ पत्रकार.बठिंडा।
जमीन को खाली कराने पहुंची पुलिस और किसानों के बीच टकराव हो गया। इसके बाद पुलिस को किसानों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस गोले भी दागे। बताया जा रहा है कि बठिंडा के गांव दुन्नेवाला में धरना दे रहे किसानों को हटाने के लिए पुलिस पहुंची थी। इस दौरान किसान उग्र हो गए। किसान और पुलिस आमने-सामने हो होने से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। मौके पर भारी पुलिस बल तथा आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल, जाता स्थिति तनावपूर्ण बताई जा रही है। कई किसान तथा पुलिस कर्मी घायल है। उन्हें उपचार के लिए अलग-अलग अस्पताल में भर्ती किया गया।

..जानिए, क्या है पूरा विवाद
अमृतसर जामनगर नेशनल हाईवे और भारतमाला सड़क के लिए बठिंडा के गांव दुन्नेवाला और शेरगढ़ की 9 किलोमीटर जमीन एक्वायर की गई थी। जिसका किसानों को सरकार की तरफ से मुआवजा दिया जा चुका है। लेकिन किसान जमीन का कब्जा प्रशासन को नहीं दे रहे थे। इसके चलते वीरवार को अल-सुबह भारी पुलिस फोर्स ने गांव दुन्नेवाला एवं शेरगढ़ में तैनात कर जमीन को एक्वायर कर प्रशासन ने कब्जे में लिया था। इस कार्रवाई से नाराज किसानों देर रात ऐलान कर दिया था कि वो भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के बैनर तले शुक्रवार को राज्य स्तर पर कब्जे वाली जमीन पर धरना देंगे।
……नहीं बनी सहमति
शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां सैकड़ों किसानों के साथ ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ जब माइसरखाना से होते हुए गांव कोटशमीर पहुंचे तो वहां पर मौजूद भारी पुलिस बल ने पहले उन्हें रोक लिया। जब किसानों और पुलिस प्रशासन के बीच कोई सहमति नहीं बनी तो किसानों ने गांव दुन्नेवाला और शेरगढ़ की तरफ अपना काफिला रवाना कर लिया। इस बीच पुलिस बल ने किसानों को खदेड़ने के लिए पहले लाठीचार्ज किया, जब किसानों ने जवाब में ईंट पत्थर चलाए तो पुलिस बल ने किसानों पर पानी की बौछार करते हुए आंसू गैस गोले छोड़ दिए।
पुलिस छावनी में तब्दील
देर शाम तक गांव दुन्नेवाला को पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था और मौके पर डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर समेत एसएसपी अमनीत कौंडल समेत भारी पुलिस फोर्स तैनात थी। एसएसपी कौंडल के अनुसार उक्त पूरे घटनाक्रम के दौरान चार से पांच पुलिसकर्मी जख्मी हुए है। उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया।