वरिष्ठ पत्रकार.बठिंडा।
नशे के टीके ने एक युवक की जान ले ली। मामला, पंजाब के जिला बठिंडा के समीप गांव से जुड़ा है। मरने वाले की पहचान मंदीप सिंह के तौर पर हुई। मृतक के पिता होमगार्ड में जवान है। पिता के बयान पर जगदेव सिंह उर्फ सैम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। पता चला है कि कथित अपराधी नशा बेचने का धंधा करता है। इस बात की पुष्टि जिला पुलिस प्रमुख ने की। कहीं न कहीं पुलिस पर भी सवाल खड़ा होता है कि कानून व्यवस्था का चाक चौबंद दावा करने के बावजूद नशा कहां से आ रहा है। विभागीय सूत्रों से पता चला है कि नशा बिकने के पीछे कई पुलिस अधिकारियों का तस्करों पर हाथ है, इसलिए नशा धड़ल्ले से बिक रहा है। खैर, विभाग के उच्च अधिकारी इस मसले पर कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।

पंजाब के बठिंडा क्षेत्र सबसे अधिक नशे से ग्रस्त है। यहां पर प्रतिदिन नशे की वजह से अपनी जान गंवा रहा है। इतना ही नहीं, नशे के टीके का प्रचलन खूब तेजी से हो रहा है। सवाल खड़ा होता है कि नशे का टीका कौन-कौन शहर से मेडिकल स्टोर इन-इन नशेड़ियों को मुहैया करवा रहे है। क्या, उन तक कानून की तलवार नहीं पहुंच रही है, क्या स्वास्थ्य विभाग को इन मेडिकल स्टोर की चेन ने मोटी घूस खिलाकर खामोश कर दिया। यह सब एक प्रकार से जांच का विषय है। जांच पड़ताल में बड़ा खुलासा हो सकता है। कईयों के नाम उजागर हो सकते है। लेकिन, घूस ने सब को चुप करवा दिया हैं, इसलिए प्रतिदिन युवाओं की जान नशे की भेंट चढ़ रही है। यहां पर सवाल की कार्यशैली पर भी खड़ा होना लाजमी हैं, क्योंकि, मंच पर नशे को जड़ से समाप्त करने का दावा कहीं न कहीं उन पर ही बड़ा सवाल खड़ा करता है।
मंदीप की मौत के कई राज
मंदीप की मौत के बारे में एक बात को साफ स्पष्ट कर दी है कि मृत्यु नशे की ओवरडोज से हुई। ऐसे में उस तक नशा कैसे पहुंच गया। किसने उसे नशा दिया। यो कई सवाल है, जिसका राज का पर्दाफाश होना अति आवश्यक है। परिवारिक सूत्रों से इस बारे भी पता चला है कि मंदीप तो नशा छोड़ चुका था। फिर से कैसे नशा लेना आरंभ कर दिया। क्या, उसे जानबूझकर नशा देकर तो नहीं मौत के घाट उतारा गया। जिसने मंदीप तक नशा पहुंचाया, उसे पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस अधिकारी मुताबिक, पकड़ा गया कथित अपराधी नशे की तस्करी के साथ-साथ खुद भी नशा करता है। फिलहाल, जांच की जा रही है कि इस तस्कर के साथ किन-किन बड़े तस्करों से संबंध है, ताकि, उन्हें भी इस केस में नामजद किया जा सकें।
….कुछ माह में कई सैकड़ों युवकों की नशे से जान
एक अनुमान के मुताबिक, कुछ माह की भीतर इस क्षेत्र में कई युवकों की जान नशे से गई। हैरान करने वाली बात यह है कि जान गंवाने वाले सभी युवा नशे के टीके लेने से हुई। मतलब मरने वालों का समांतर तरीका था। सवाल खड़ा होता है कि पुलिस ने अब तक किया तो क्या किया। किन-किन के खिलाफ मामला दर्ज किया। कितनों को पकड़ कर सलाखों के पीछे धकेला। इस बारे तो पुलिस का कोई उच्च अधिकारी खुल कर बोलने को तैयार नहीं है।
……..जनता पूछे, सरकार नशे पर कर क्या रही है
अब तो पंजाब की जनता ने सीएम मान से पूछना आरंभ कर दिया है कि नशे पर आपकी आम आदमी पार्टी (आप) सरकार क्या कर रही है। प्रतिदिन कई युवा नशे से अपनी जान गंवा रहे है। पंजाब के गांव की तस्वीरों पर नजर दौड़ाए तो रुह कांपने वाली तस्वीरें सामने आ रही है। कई गांव के युवा नशे में डूब चुके है। कईयों ने तो नशे की वजह से अपनी जान गंवा ली है। कई घर के युवाओं को तो नशे ने बिल्कुल ही खत्म कर दिया। ये घर अब उजाड़ बन कर रह गए है।