वरिष्ठ पत्रकार.बठिंडा।
खाकी पर दाग लगाकर फरार हो रहे एक प्रमुख सिपाही को विजिलेंस टीम द्वारा पकड़ने के प्रयास में गोली चलने के बारे पता चला है, जबकि, फायर चलाने की बात को विजिलेंस टीम ने सिरे से नकार दिया। उनका तर्क था कि प्रमुख की कार के टायर फटने की वजह से गोली चलने जैसा आवाज आई। कथित पुलिस मुलाजिम अब विजिलेंस टीम की पकड़ में आ चुका है। उसके खिलाफ 70 हजार की रिश्वत लेने का संगीन आरोप है। शिकायतकर्ता को झूठे केस में फंसाने का लगातार दबाव डाल रहा था। इस बात की पुष्टि, विजिलेंस की जांच पड़ताल में सामने आई। मामला, पंजाब के जिला बठिंडा के थाना संगत पुरा से जुड़ा है।
क्या था पूरा मामला..समझिए, इस खास रिपोर्ट में…?
दरअसल, विजिलेंस टीम के पास एक शिकायत आई थी। शिकायत करने वाले का नाम जगविंदर सिंह था। उसने अपनी शिकायत में बताया कि थाना संगत पुरा में कार्यरत प्रमुख सिपाही कुलदीप सिंह उन्हें एक हत्या के मामले में झूठा नाम डालकर फंसाना चाहता था। केस से बचने के लिए उसने 1 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। सौदा 70 हजार में तय हो गया। प्रमुख सिपाही ने उन्हें रिश्वत के पैसे लेकर एक जगह पर बुलाया। विजिलेंस टीम ने ट्रेप लगा कर पीछा किया। जब टीम उसे रिश्वत सहित पकड़ने गई तो उसने अपनी कार को दौड़ा लिया।
टीम ने उसका पीछा किया। लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर दबोच लिया गया। बताया जा रहा है कि प्रमुख सिपाही की कार का नेशनल हाइवे पर फट गया था।