जिस्मफरोशी अड्डा-बटाला का न्यू ग्रैंड होटल बेनकाब, दर्जन भर से अधिक लड़के-लड़कियां आपत्तिजनक स्थिति में मिले

बटाला के कुछ पत्रकारों के इशारे पर चल रहा था धंधा, पुलिस कभी भी बेनकाब कर सकती है इनके चेहरे

जिस्मफरोशी की काली कमाई से बना डाली कुछ पत्रकारों ने खूब सारी संपत्ति, जांच में सबकी सच्चाई आ सकती है सामने

नितिन धवन.बटाला (गुरदासपुर)।

जिस्मफरोशी का अड्डा बना बटाला का न्यू ग्रैंड होटल को जिला बटाला पुलिस ने बेनकाब कर डाला। पुलिस की छापेमारी दौरान दर्जनभर से अधिक लड़के-लड़कियां आपत्तिजनक स्थिति में काबू किया गया। प्राथमिक जांच में सामने आ रहा है कि होटल शहर के नामवर पत्रकारों की संरक्षण के कारण चल रहा था। पुलिस ने बताया कि जल्द ही उनके चेहरों को बेनकाब किया जा सकता है। कुछ प्रमाण के साथ तथ्य सामने आए है कि इन्हीं पत्रकारों ने इस जिस्मफरोशी की काली कमाई से खूब सारी संपत्ति बना डाली है। अगर इनकी जांच सही ढंग से की जाए तो सारी सच्चाई आम जनता के समक्ष सामने आ सकती है। उधर, पुलिस ने इन जोड़ो को गिरफ्तार कर कानूनी रूप से अगली कार्रवाई आरंभ कर दी। 


फोटो केप्शन-होटल से पकड़े गए जिसमफरोशी का अड्डा करते लड़के-लड़किया तथा पुलिस पार्टी।


  पुलिस के मुताबिक , उन्हें कुछ दिनों से इस होटल से जिस्मफरोशी का धंधा चलने की खूब सारी शिकायतें आ रही थी। एसएसपी अश्वनी कपूर के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। इसमें डीएसपी सिटी ललित कुमार को कार्रवाई करने के लिए सौंपी गई। टीम ने वीरवार को होटल न्यू ग्रैंड में दबिश दी। दबिश दौरान होटल के विभिन्न कमरों से आपत्तिजनक हालत में जोड़े पाए गए। सभी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। होटल का नाम तथा पहचान का रजिस्टर चेक किया तो उसमें कई प्रकार गड़बड़ी सामने आई। 


 पुलिस के हाथ वहां से शहर के कुछ नामवर पत्रकारों के इस केस से तार जुड़े होने के पुख्ता सबूत मिले है। फिलहाल पुलिस ने इस बारे कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की। इतना जरूर कहा कि कानून सभी के लिए एक समान है।  अगर किसी की भी संलिप्तता सामने आती है तो उसे भी इस केस के साथ नामजद किया जाएगा। 


 सारा दिन इस बात की भी चर्चा रही की कि जिन पत्रकारों के इस केस में तार जुड़ रहे है। उन्होंने पुलिस के बड़े-बड़े अधिकारियों के साथ संपर्क साधना शुरू कर दिया है, ताकि उन्हें इस केस में दूर रखा जाए। चर्चा , इस बात की भी है कि इन पत्रकारों ने शहर में इस धंधे से लाखों रुपए की बेनामी संपत्तियां बनाई। कुछ ईमानदार पत्रकार यहीं कह रहे है कि अगर वाक्य में कुछ पत्रकारों के इस केस के साथ तार जुड़ रहे है तो वाक्य उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए। अगर किसी का नाम सामने आता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी अनिवार्य होनी चाहि
ए। 

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