नितिन धवन.बटाला गुरदासपुर।
किसान नेता जसविंदर सिंह चंदूसूजा तथा व्यापारियों के बीच सोमवार एक महत्वपूर्ण मीटिंग हुई। लखीमपुर खीरी घटना को लेकर किसान नेता जसविंदर सिंह चंदूसूजा ने इसे नरसंहार करार दिया तथा आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई। उन्होंने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमला करते कहा कि किसान आंदोलन को दबाने के लिए केंद्र सरकार किस हद तक गिर सकती है, इस बात का प्रमाण लखीमपुर खीरी घटना में उनकी कार्यप्रणाली ने साबित कर दिया।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर पूरे देश में विरोध की लहर है।यह घटना वाक्य में बहुत दुखद है। इस हादसे की जितनी निंदा की जाए उतनी ही कम है। किसान आंदोलन को दबाने के लिए सरकार गलत हथकंडे अपना रही है। भाजपा के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा का इस घटनाक्रम में हाथ है। जानबूझकर केंद्र सरकार के इशारे पर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार , उन्हें बचाने का पूरा-पूरा प्रयत्न कर रही है। जबकि, किसान इस घटना को लेकर शांत होने वाले नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते कहा कि सरकार को होश में आना चाहिए और किसानों के हत्यारों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करनी चाहिए।
उन्होंने चेतावनी देते कहा कि केंद्र और यूपी की भाजपा सरकार द्वारा किसानों का उत्पीड़न किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । अंतिम क्षणों में शहीद किसानों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दो मिनट के लिए उनकी आत्मा की शांति के लिए मौन रखा गया। इस अवसर पर मनजीत सिंह राणा, विशाल आनंद, बांके बिहारी कोहली, आशीष वैद्य,प्रदीप, अशोक कुमार, सोनू शर्मा, शुभम महाजन, मिंटू कुमार, सतनाम सिंह, आदि मौजूद रहें।