‘सेखड़ी बंधु’- ‘विकास’ की राह बारिश में ‘डूबी’, बातें बड़ी-बड़ी काम ‘ग्राऊंड’ लेवल ‘जीरो’

सेखड़ी निवास के पास बारिश के कारण वहां की बेहाल तस्वीरें।

खुद का इलाका लंबे समय से विकास की राह ढूंढ रहा, लोगों का विश्वास कायम करने की बजाय टूटा

अब लोग कहने लगे कि बाहरी नेता ने जो विकास किया, स्थानीय नेता जी के बस की नहीं बात


नितिन धवन.बटाला (गुरदासपुर)। 


सुबह की बारिश ने सेखड़ी बंधू की विकास की राह को चंद मिनट में डूबो कर रख दिया। ताजा उदाहरण रामतीर्थ रोड का है। वहां का इलाका सारा बारिश में डूब चुका था। बातें तो सेखड़ी बंधु बड़ी लंबी-लंबी करते है, जबकि ग्राऊंड लेवल तस्वीरें बिल्कुल जीरो बयां कर रही है। खुद का इलाका लंबे समय से विकास की राह ढूंढ रहा है। लोगों का विश्वास कायम करने की बजाय उनकी उम्मीदें इनपर अब धीरे-धीरे टूटती जा रही है। स्थानीय लोगों से बातचीत की तो वह तो साफतौर पर कह रहे है कि जो बाहरी नेता ने शहर का विकास कर दिखाया । लगता नहीं स्थानीय नेता इतना विकास कर पाए। उनका साफतौर पर इशारा स्थानीय नेता में पूर्व मंत्री अश्विनी सेखड़ी तथा उनके भाई शिअद के वरिष्ठ नेता इंदर सेखड़ी की तरफ था।   

रामतीर्थ रोड पर खेल मैदान में लगे गंदगी के ढेर।


बटाला की राजनीति में इन दिनों एक परिवार के दो चेहरे काफी चर्चित है। इनमें पूर्व मंत्री अश्विनी सेखड़ी तथा दूसरा चेहरा शिअद के बहुचर्चित नेता इंदर सेखड़ी। इन दो नेताओं ने बटाला में अपनी-अपनी पार्टी से टिकट पक्का कराने के लिए पूरा जोर लगा दिया। भरोसा भी है कि इन दोनों नेताओं को पार्टी की तरफ से टिकट मिल जाएगा। लोगों को विश्वास दिला रहे है कि बटाला का विकास उनके हाथ में लिखा है। जबकि तस्वीरें कुछ ओर ही बयां करती है। आज की बारिश ने इनके खुद के इलाके की पोल खोल कर रख दी। बारिश की वजह से इनका इलाका पूरा डूब चुका था। सीवरेज सिस्टम बिल्कुल बदहाल था। लोगों को बाहर निकलने के लिए परेशानी हो रही थी। भीतर ही भीतर स्थानीय लोग इन नेताओं को कोस रहे थे। 

पूर्व मंत्री अश्विनी सेखड़ी


स्थानीय लोगों ने एसएनई न्यूज के पत्रकार के साथ अपने भीतर की भड़ास निकालते हुए कहा कि ये दोनों नेता विकास के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें तो जरुर करते है, जबकि सच्चाई कुछ ओर बयां करती है। इलाका बारिश में डूब जाता है। सीवरेज प्रणाली भी इतनी दुरुस्त नहीं है। कई बार तो दुर्गंध इतनी गंदी आती है कि उनका जीना-मुहाल हो जाता है। कई बार इन दोनों नेताओं के पास विकास की फरियाद लेकर गए। मगर वादों के इलावा कुछ नहीं मिला। 

शिअद के वरिष्ठ नेता इंदर सेखड़ी


  लोगों की पीड़ा से तो एक तस्वीर साफतौर पर जाहिर हो जाती है कि  रामतीर्थ रोड से लेकर सेखड़ी निवास तक विकास नाम का कोई चेहरा नजर तक नहीं आता है। सिर्फ इन दो नेताओं की विकास की बातें ही झोल नजर आती है। इससे एक बात का तो साफ संकेत मिल जाता है कि इन दोनों नेताओं की जीत की राह इतनी आसान नहीं है। क्योंकि खुद के इलाके के मतदाता इनके आधे अधूरे
विकास से नाराज है।  

50% LikesVS
50% Dislikes