माहिलपुर में हुए सरकारी बस-कैंटर के बीच हुआ दिल दलाने वाला सड़क हादसा….दिल्ली से वाया होशियारपुर, गुरदासपुर जा रही थी बस
घनी धुंध की वजह से बस चालक खो बैठा संतुल्न , नहीं दिखाई दे पाया सामने खड़ा वाहन
एसएनई न्यूज़ गढ़शंकार/होशियारपुर।
यहां पर एक दिल दलाने वाला सड़क हादसा हुआ। हादसे में सरकारी बस चालक-परिचालक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा माहिलपुर सड़क के किनारे बस-कैंटर की टक्कर की वजह से हुआ। हादसा शनिवार अल-सुबह 5.00 बजे के करीब हुआ। हादसे में चार सावारियों के घायल होने का समाचार प्राप्त है। बस दिल्ली से वाया होशियारपुर से गुरदासपुर जा रही थी। घायलों को पास में स्थित सरकारी अस्पताल दाखिल कराया गया।
मृतक गुरनाम सिंह निवासी हिमाचल-प्रदेश के ऊना , गुरदासपुर के रहने वाले जितेंद्र कुमार का शव सरकारी अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया गया। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सुबह सड़क पर घनी धुंध छाई हुई थी। बस चालक धीरे से अपनी बस को चला रहा था। एकदम सामने से कैंटर खड़ा होने का नहीं पता चल पाया। इसी कारणवश बस कैंटर के बीच जा टकराई। बताया जा रहा है कि मरने वाले अपने-अपने परिवार में एकमात्र आय के साधन थे। उनकी पगार से घर का पालन-पोषण चलता रहा है। अब परिवार की आंखों में सिर्फ शेष आंसू ही रह गए है। इस दिल-दहला देने वाले हादसे की वजह से पंजाब रोडवेज के कर्मचारी यूनियन ने भी मृतक के परिजनों समक्ष संवेदना जताई। सरकार से मांग की कि इस परिवार की आर्थिक तौर पर मदद की जाए।
सूचना मिलते ही डीएसपी गढ़शंकर व एसएचओ माहिलपुर ने घटनास्थल पर पहुंचे। जानकारी के मुताबिक, बस का चालक जब टूटोमजारा के पास किंग एडवर्ड सीनियर सेकेंडरी स्कूल के करीब पहुंचा तो उसकी बस सड़क किनारे खड़े कैंटर से टकरा गई। इस टक्कर से बस में बैठे यात्रियों का बचाव हो गया, लेकिन बस चालक व कंडक्टर दोनों गाड़ियों के दरम्यान फंस गए। जिसके चलते दोनो की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि बस चालक गुरनाम सिंह की भतीजी की शादी थी और उसने सभी साथियों को शादी में शामिल होने के लिए कहा था। इस दुर्घटना के कारण काफी समय तक यातायात बाधित हुआ। वही कैंटर के संबंध में बताया जा रहा है कि वह लुधियाना से सीमेंट के पत्थर भरकर होशियारपुर जा रहा था लेकिन रास्ते मे खराब हो गया।
कुंटम पेपर मिल ने की बस से शव निकालने में सहायता….
घटना के कारण दोनों वाहनों को अलग करना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया था क्योंकि शव बस और कैंटर के बीच फंस गए थे तो इस समस्या का समाधान कुंटम पेपर मिल सैला खुर्द में ठेकेदार रघुवीर सिंह द्वारा उपलब्ध कराई गई तीन जेसीबी व लोडर की सहायता से शवों को बाहर निकाला जा सका।