बोले—मुझे किसी से कोई खतरा नहीं, आम लोगों के दिल की बनना चाहता हूं आवाज, पहली बार सिद्धू नही दिखे साथ, कैप्टन ग्रुप हुआ हाजिर
एसएनई न्यूज़.जालंधर।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अब आम-जनता तथा छात्र-छात्रों के फैंस के रूप में कहलाने लगे है। सुरक्षा दायरा की बिना परवाह किए , अब लोगों तथा स्टूडेंट का दिल जीतने के लिए उनके बीच जाकर , उन्हें अपना बनाने का अहसास दिला रहे है। उनकी इसी अदा के कारण पंजाब की राजनीति में कुछ अलग हो रहा है। वीरवार को पीटीयू के कार्यक्रम में छात्रों के साथ भंगड़ा डालते नजर आए। इस दौरान बोलते हुए चन्नी ने कहा कि उन्हें इतनी सुरक्षा की जरुरत नहीं है तथा किसी से भी कोई खतरा भी नहीं है। उन्होंने संकेत दे दिया है कि वह आम लोगों के चन्न बनना चाहते है तथा उनकी आवाज भी बनना चाहते है। पहली बार हुआ कि सिद्धू उनके साथ नज़र नहीं दिखाई दे। इसके साथ ही आज के कार्यक्रम में कैप्टन गुट के कई मंत्री तथा एमपी भी नज़र आए।
पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा पंजाब की बागडोर संभाल लेने के बाद पहली बार पंजाब की राजनीति में कुछ अलग देखने को मिल रहा है। वह हर किसी के बीच जाकर उन्हें आम व्यक्ति के तौर पर अपनी पहचान देने की कोशिश कर रहे है। इस मुहिम में चन्नी काफी हद तक कामयाब भी दिखाई दे रहे है। उनके कामकाज का तरीका देखकर से तो यहीं साबित होता है कि चन्नी वाक्य ही पंजाब के राजनीति में कुछ अलग करने की सोच रहे है। आज के कार्यक्रम में भी जिस तरह , उन्होंने छात्रों के स्टेज पर चढ़कर आम व्यक्ति की तरह भंगड़ा डाला तो हर कोई देखकर दंग तो रह गया, जबकि उनके भंगड़े का आनंद भी महसूस किया।
पहली बार ऐसा हुआ कि जब से चन्नी मुख्यमंत्री बने है तो सिद्धू उनके साथ परछाई की तरह चल रहे थे। लेकिन , अब चन्नी को भी धीरे-धीरे समझ आने लगा है कि उन्हें अपना फैसला खुद लेना होगा तथा किसी की बात को असल में नहीं लागू करना होगा। क्योंकि सिद्धू द्वारा कल अमृतसर नगर-सुधार ट्रस्ट चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर चन्नी काफी दंग रह गए थे। नए चेयरमैन को नियुक्ति पत्र सीएम को देखने या फिर पढ़ने के बिना ही उसके हाथ में थमाने जा रहे थे, जबकि आज की वीडियो वायरल होने पर यह सच्चाई सामने आई। जिसमें चन्नी ने नियुक्ति पत्र को दोबारा पढ़ने के बाद ही सौंपा।
उधर, कैप्टन गुट के कांग्रेस के पूर्व मंत्री राणा गुरजीत सिंह, सांसद जसबीर सिंह डिम्मा, चौधरी संतोख सिंह, डॉक्टर राजकुमार वेरका, मोहम्मद सदीक आदि उपस्थित रहे। उधर, चन्नी ने राणा गुरजीत सिंह की कपूरथला में सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग को भी स्वीकार कर लिया।