एसएनई नेटवर्क.जालंधर।
यहां की एक मूक बधिर छात्रा ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के पीछे छात्रा के सहपाठियों द्वारा तंग-परेशान किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि किसी एनजीओ द्वारा संचालित स्कूल की छात्रा हैं। शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया। परिवार में मातम का माहौल हैं। पुलिस ने परिजनों के बयान पर कानूनी कार्रवाई कर दी।
पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच-पड़ताल गहनता से की जा रही हैं। शव के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मरने वाली छात्रा की मौसी ने बताया कि उनकी भांजी को दो माह से दो साथी छात्र परेशान कर रहे थे। इसकी शिकायत प्रिंसिपल से भी की थी। प्रिंसिपल ने एक बच्चे को स्कूल से सस्पेंड कर दिया था जबकि दूसरे को चेतावनी दी थी। स्कूल प्रबंधकों ने अपने स्तर पर ही मामला निपटा दिया और पुलिस की सहायता नहीं ली।
दो माह से थी गुमसुम
मामला शांत होने के बाद वह दोबारा हॉस्टल चली गई लेकिन उसको परेशान किया जाता रहा। मौसी ने बताया कि वह दो माह से बिल्कुल गुमसुम व परेशान थी। वह जब हॉस्टल से दोबारा घर आई तो काफी परेशान दिखाई दे रही थी। इसी कारण रविवार को उसने घर पर फंदा लगाकर जान दे दी।