भगवान राम के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला—बर्खास्त महिला प्रोफेसर ने अब राम मंदिर में जाकर माफी मांगी 

एसएनई नेटवर्क.जालंधर।

भगवान राम के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से बर्खास्त महिला प्रोफेसर ने अब राम मंदिर में जाकर माफी मांगी है। गुरसंगप्रीत कौर ने कहा कि उन्होंने अपशब्द जान-बूझ कर नहीं बोले, डिप्रेशन में ऐसी बात कह दी। गुरसंगप्रीत का राम मंदिर में माफी मांगते हुए एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशन यूनिवर्सिटी (रुक्क) की एक महिला सहायक प्रोफेसर गुरसंगप्रीत कौर ने लेक्चर के दौरान भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्प्णी कर दी थी। उन्होंने रावण को भला और सहृदय बताते हुए भगवान राम को शातिर व अवसरवादी बताया था। इसके बाद रुक्क ने गुरसंगप्रीत कौर को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया था।
महिला प्रोफेसर बोलीं- भगवान की शरण में आ गई हूं
अब बर्खास्त महिला सहायक प्रोफेसर का अब एक वीडियो वायरल हो रहा है। राम मंदिर में खड़ी गुरसंगप्रीत कह रही हैं कि “क्लास रूम में लेक्चर के दौरान उनसे बहुत बड़ी गलती हो गई। उसे पाप भी कह सकते हैं, बल्कि वो पाप ही है। गलती से भगवान राम के बारे ऐसे गलत शब्द बोले गए, इससे पूरे देश के हिंदू समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची। अपशब्द जानबूझकर नहीं बोले, यह बोलने का मेरा कोई इरादा नहीं था। सब से विनती करती हूं कि भगवान राम की शरण में आ गई हूं। मेरे मन में ऐसा कुछ नहीं है। सुबह गुरु ग्रंथ साहिब का भी पाठ किया।’
प्रोफेसर ने कहा कि घटना के समय क्लास रूम में शारीरिक और मानसिक रूप से वह ठीक नहीं थी। ऐसा भी कह सकते हैं कि डिप्रेशन में थी। मुझे कुछ समझ में नहीं आया कि क्या कह रही हूं। मैं अब भगवान राम की शरण में आ गई हूं, मैंने जो पाप किया है उसके लिए सभी से माफी मांगती हूं। आप सभी मेरी इस गलती को पहली और आखिरी गलती मानते हुए माफ कर दें।

भगवान राम को बताया था शातिर और रावण को अच्छा

रुक्क की सहायक प्रोफेसर गुरसंगप्रीत कौर ने क्लास रूम में लेक्चर के दौरान था कि, ‘रावण हृदय से बहुत अच्छा व्यक्ति था। भगवान राम शातिर थे, उन्होंने सीता को फंसाने के लिए पूरी योजना बनाई थी और सारा दोष रावण पर मढ़ दिया। साथ ही माता सीता को भी मुसीबत में डाला। भगवान राम की गाथाएं सभी गाते हैं, वह कभी भी अच्छे व्यक्ति रहे ही नहीं हैं।’ क्लास रूम में दिए इस लेक्चर को किसी ने रिकॉर्ड कर ऑडियो वायरल कर दिया।

महिला प्रोफेसर की इस टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ गया। कुछ हिंदू संगठनों ने भी इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वहीं किसी भी विवाद से बचने के लिए लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (रुक्क) ने महिला प्रोफेसर की बातों को उनके निजी विचार बताते हुए तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया। यूनिवर्सिटी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट और ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी इस विषय पर खेद तक जताया।

ऑडियो वायरल होने के बाद महिला सहायक प्रोफेसर ने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट हटा दिए थे। अब उन्होंने राम मंदिर में जाकर माफी मांगी है। ऑडियो वायरल होने के बाद महिला सहायक प्रोफेसर ने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट हटा दिए थे। अब उन्होंने राम मंदिर में जाकर माफी मांगी है।


महिला प्रोफेसर ने हटा दिए थे सोशल मीडिया अकाउंट

सोशल मीडिया पर भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर ट्रोल होने के बाद महिला प्रोफेसर ने फेसबुक से लेकर ट्विटर हैंडल तक अपने सारे सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट कर दिए। पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया। बॉयकॉट एलपीयू का हैशटैग पर कई ट्वीट भी किए। इसमें महिला सहायक प्रोफेसर का ऑडियो भी ट्वीट भी अटैच रहा।

आम आदमी पार्टी पर भी निशाना

सोशल मीडिया पर यूजर्स आम आदमी पार्टी के नेताओं को भी टैग कर टिप्पणियां की। साथ ही सवाल पूछा था कि आम आदमी पार्टी के शासन में उनके सांसद की यूनिवर्सिटी में यह कैसी शिक्षा दी जा रही, जिसमें भगवान राम को ही शातिर बताया जा रहा है।

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