एसएनई नेटवर्क.जालंधर।

पंजाब के जालंधर में प्रशासन ने 35 घरों को ढहा दिया है। तर्क यह है कि अवैध थे। इन घरों में लोग 60 से अधिक वर्षों से रहते थे। अब कड़ाके की ठंड में लोग बेघर हो चुके हैं। बच्चे और बुजुर्गों के सिर से छत छीन चुकी है। प्रशासन की कार्रवाई के दौरान की एक तस्वीर बेहद चर्चा में है। एक बेबस व बेघर बुजुर्ग अपने कपड़े लेकर गुजर रहा है। ठीक उसके सामने खड़े पंजाब पुलिस के जवान हंसते कैमरे में कैद हुए हैं।

इन परिवारों के जब घर उजड़ रहे थे तो इन्होंने पुलिस अधिकारियों से लेकर प्रशासन तक से अपने घरों को उजड़ने से रोकने की गुहार लगाई लेकिन सब बेकार गई। अपने उजड़े घरों को देख लोगों का दर्द मीडिया के सामने छलक गया। मीडिया से अपने दिल का गुबार निकालते हुए महिलाओं ने कहा कि हमें घर से बेघर तो कर दिया लेकिन हम अपने छोटे-छोटे बच्चों व जवान बेटियों को लेकर कहां जाएं।
सर्दी के इस मौसम में अब हमारे सिर पर तो छत भी इन्होंने छीन ली है। इस उम्र में हम अब बच्चों का पालन पोषण करें या फिर मकान की किस्त दें। इस दौरान एक महिला फूट फूटकर रो रही थी तो उसकी छोटी बच्ची खुद तो रो रही थी लेकिन अपनी मां को चुप करवा रही थी। वह मां को कह रही थी कि कोई गल्ल नहीं, मां तुसी चुप हो जावो… इस दृश्य को देख हर कोई भावुक हो गया।
इस दौरान एक युवक रोते बिलखते प्रशासन से अपील कर रहा था कि बड़ी ही मुश्किल से पैसे जोड़कर घर बनाया है, प्लीज घर मत तोड़िए। इस दौरान एक महिला अपने घर की छत पर खड़ी जोर जोर से रोती दिखाई दी। उसका कहना था कि वह घर से नहीं निकलेगी, उसकी लाश ही इस घर से बाहर जाएगी। इसके बाद महिला पुलिस ने उक्त महिला को जबरदस्ती घर से बाहर निकाल कर बुलडोजर चला दिया।
महिलाओं ने कहा कि पुलिस व प्रशासन धक्केशाही कर रहा है। हम कह रहे हैं कि जमीन को लेकर निशानदेही करवाई जाए। अगर उनकी जगह उस निशानदेही के बीच आती होगी तो वह खुद जगह खाली कर देंगे लेकिन पुलिस व प्रशासन उनकी एक नहीं सुन रहा और धक्केशाही कर उनके घर गिरा दिए गए।