कपूरथला में एसटीएफ का छापा: अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का सरगना जीता मोड़ गिरफ्तार

-रिटायर्ड डीएसपी व पुलिसकर्मी को भी दबोचा,अमेरिका व कनाडा में भी ड्रग्स की सप्लाई करता रहा
-एक विधायक संग मिलकर जीता ने काटीं कालोनियां
एसएनई न्यूज़ कपूरथला।

एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को छापा मारकर टीम ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट के सरगना को गिरफ्तार किया है। वहीं 12 लोगों को नामजद किया गया है। पंजाब पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट के सरगना ब्रिटिश नागरिक व कबड्डी खिलाड़ी रणजीत सिंह उर्फ जीता मौड़, उसके साथी रिटायर्ड डीएसपी और एक अन्य पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया है। पहली बार पुलिस व नशा तस्कर के बीच कनेक्शन का खुलासा हुआ है। एसटीएफ ने मोड़ के संपर्क में रहने वाले अमेरिका निवासी गुरजंट सिंह और कनाडा के कबड्डी खिलाड़ी दविंदर सिंह उर्फ जवाहर सहित 12 लोगों को नामजद किया है।

एसटीएफ ने जिला पुलिस के साथ बुधवार को देर रात काला संघिया स्थित जीता मोड़ के घर से लाखों रुपये की नकदी, संदिग्ध पदार्थ, 53 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद की है। जिस समय एसटीएफ की टीम ने दबिश दी तो नौकर ने उन पर कुत्ते छोड़ दिए। इस मामले में सरकारी काम में विघ्न डालने और एक्साइज एक्ट के तहत थाना सदर में दो केस दर्ज किए गए हैं। 

सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने नशे की तस्करी से होने वाली कमाई को रियल एस्टेट में निवेश किया। एसटीएफ के मुताबिक जीता मोड़ जिला कपूरथला के कस्बा काला संघिया में आलीशान बंगले में रहता था। उसके पास ऑडी, बीएमडब्ल्यू समेत कई महंगी गाड़ियां थीं।

हैरानी की बात है कि वह धड़ल्ले से पुलिस सुरक्षा के बीच ड्रग्स की सप्लाई करता था। उसकी सुरक्षा में तैनात दो थानेदार उसकी ड्रग्स डील और पैसे का हिसाब रखते थे। एसटीएफ सभी मामलों की जांच में जुट गई है। एसटीएफ के मुताबिक जीता को उस समय दबोचा गया, जब वह गिरफ्तारी के डर से विदेश भागने की फिराक में था लेकिन एयरपोर्ट पहुंचने से पहले ही एसटीएफ ने उसे धर दबोचा।

एसपी (जांच) जगजीत सिंह सरोआ ने रेड की पुष्टि करते हुए कहा कि थाना सदर में रणजीत सिंह जीता व उसके नौकर परमिंदर के खिलाफ एक्साइज एक्ट और टीम पर कुत्ते छोड़कर व सरकारी काम में विघ्न डालने का केस दर्ज कर लिया है। जीता के साथ दो पुलिस अफसरों की गिरफ्तारी पर एसपी ने कहा कि इस मामले की जांच एसटीएफ मोहाली की टीम कर रही है। वहीं इससे ज्यादा जानकारी दे सकते हैं। जब्त सामान एसटीएफ अपने साथ ले गई है।

एसटीएफ के अनुसार जीता पंजाब ही नहीं, बल्कि अमेरिका व कनाडा तक ड्रग्स सप्लाई करता था, इसकी पुख्ता जांच के लिए एसटीएफ कोर्ट से जीता का रिमांड हासिल किया जाएगा। उधर, जीता की सुरक्षा में तैनात दोनों थानेदारों के घर पर भी एसटीएफ ने दबिश दी है। थानेदार मनीष के घर से साढ़े तीन लाख रुपये मिले हैं। इसके लैपटॉप को एसटीएफ ने कब्जे में ले लिया है।

नाके से निकलवाते थे पुलिसकर्मी

एसटीएफ के मुताबिक जीता की सुरक्षा में तैनात दोनों पुलिसकर्मी उसे पुलिस नाकों से निकलवाते थे। यहीं नहीं लुधियाना व मोहाली की 20 अफसरों की टीम ने जिला पुलिस को लेकर एक साथ दबिश दी।कबड्डी की आड़ में नशे का रैकेट चला रहे रणजीत सिंह उर्फ जीता मौड़ की राजनीति में अच्छी जान-पहचान थी। कपूरथला से संबंधित एक विधायक के साथ मिलकर उसने कई कालोनियां काटकर बेचीं।

सियासत में अच्छी पकड़

सियासत में अच्छी पकड़ के कारण ही उसका उच्च पुलिस अफसरों से अच्छा-खासा उठना-बैठना था। जिसके चलते वह पुलिस सुरक्षा के बीच ड्रग्स की आपूर्ति कर रहा था। कस्बा काला संघिया निवासियों का कहना है कि बुधवार देर रात को 10-12 गाड़ियों का काफिला जीता के घर पर पहुंचा। कई लोग इसे किसानी आंदोलन से जोड़ कर देख रहे हैं। इस रेड से गांववासी हैरान होने के साथ-साथ भयभीत भी हैं।

जीता मौड़ एक नामवर कबड्डी खिलाड़ी रहा है, जिसने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई उपलब्धियां हासिल की हैं। इसके अलावा वह कई कबड्डी क्लबों को स्पांसर भी करता रहा है और कई कबड्डी खिलाड़ियों को वह विदेशी क्लबों की सैर भी करवा चुका है।

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