वरिष्ठ पत्रकार.कपूरथला।

सुल्तानपुर लोधी के मंड क्षेत्र में माहौल उस समय तनावपूर्ण बन गया जब शुक्रवार को प्रशासनिक अमला गांव शेरपुर डोगरा में स्थित पंचायत विभाग की 60 एकड़ भूमि पर पर कब्जा छुड़ाने पहुंच गया। प्रशासनिक टीम को किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। किसानों ने अधिकारियों को खेतों में ही दौड़ा दिया। करीब छह घंटे की जद्दोजहद के बाद भी किसान नहीं माने और अंतत: अधिकारियों को बैरंग ही लौटना पड़ा।
यह था पूरा मामला
डीडीपीओ हरजिंदर सिंह संधू व बीडीपीओ सेवा सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जिला प्रशासन सुल्तानपुर लोधी के गांव चूहड़पुर (गांव शेरपुर डोगरा) में मौजूद पंचायत विभाग की 60 एकड़ भूमि का कब्जा छुड़ाने गया था। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के सख्त आदेश हैं कि किसी भी व्यक्ति को पंचायत विभाग की जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। जिस कारण ही आज पुलिस प्रशासन को साथ लेकर यह कब्जा छुड़वाने आए लेकिन किसानों ने इसका विरोध कर दिया।

प्रशासन कब्जा छुड़ाकर ही रहेगा
उन्होंने कहा कि माहौल खराब न, हो इसलिए आज इसको रोक दिया गया है, पर प्रशासन कब्जा छुड़ाकर ही रहेगा। उन्होंने कहा कि किसान अदालत में भी केस हार चुके हैं और सुल्तानपुर लोधी के अलग-अलग क्षेत्रों में पंचायत विभाग की भूमि है। जिस पर किसानों ने अवैध कब्जे किए हुए हैं। उन्होंने किसानों को सहयोग करने की अपील की है। इस दौरान उनके साथ थाना कबीरपुर प्रभारी लखविंदर सिंह व थाना प्रभारी सुरजीत सिंह व बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
यह बड़ी बात बोली किसानों ने
इस दौरान डीडीपीओ व किसानों के बीच हुई बातचीत बेनतीजा रही। किसान कह रहे थे कि हम कभी भी जमीन नहीं छोड़ेंगे लेकिन प्रशासन कह रहा था कि यह जमीन पंचायत विभाग की है। आपको छोड़नी पड़ेगी। इस दौरान किसानों व प्रशासन के बीच काफी बहस हुई। जब प्रशासन ने खेतों में दखल देने की कोशिश की तो किसानों ने प्रशासन को खेतों में खूब दौड़ाया। उनको चेतावनी दी कि अगर वह हमारे खेतों में दखल देंगे तो पहले उन्हें (किसानों) मौत के घाट उतारना पड़ेगा।