वरिष्ठ पत्रकार.कपूरथला।
गैंगवार मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। 16 हवालातियों सहित कुल 23 के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। जेल के अधीक्षक के बयान पर कार्रवाई हुई। प्राथमिक जांच में सामने आया कि हवालाती की जेल में ही मृत्यु हो गई थी। इस पहलू पर भी जांच आरंभ हो गई। सूत्रों से पता चला कि इस मामले में जेल अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती हैं। उधर, घटनाक्रम से संबंधित सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर अलग से भी जांच शुरु कर दी गई।
इस वजह से हुई गैंगवार
गहनता से जांच पड़ताल आरंभ हुई तो प्रारंभिक जांच में सामने आया कि गैंगवार के पीछे असल वजह 2 पक्ष का आपस में लंबे समय से पुरानी रंजिश चल रही थी। कई बार आपस में झड़प भी हुई। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले इनके बैरक भी बदले गए थे। लेकिन, इस बार फिर से योजना बनाकर गैंगवार हुई। पता चला है कि लगभग 50 के करीब अपराधियों का आपस में झगड़ा हुआ।
इस हथियार का किया इस्तेमाल
बताया जा रहा है कि लोहे की रॉड से हमला किया। इसमें सिमर समेत 3 हवालाती गंभीर जख्मी हुए। जिन्हें तुरंत सिविल अस्पताल भर्ती कराया गया। इनमें से सिमर को गंभीर हालत के चलते अमृतसर रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई। बड़ा सवाल, इनके पास हथियार कैसे आए। पंजाब की सबसे सुरक्षित जेल में इस प्रकार के घटनाक्रम के उपरांत जेल प्रशासन पर भी सवाल खड़े होने शुरू हो गए। अब देखना होगा कि इस मामले में जिन-जिन जेल अधिकारियों तथा मुलाजिमों की संलिप्तता सामने आती है क्या उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई होती हैं. या नहीं।
पुलिस की थ्योरी
पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पांच लोहे की रॉड बरामद की हैं। जिस जगह पर घटना हुई है, वहां की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कई और कैदी-हवालाती नामजद होंगे। सिविल अस्पताल में भर्ती तीनों जख्मी हवालातियों के बयान लेकर जांच आगे बढ़ाई जाएगी। एक-दो दिन में नामजद कैदी-हवालातियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की जाएगी।