वरिष्ठ पत्रकार.कपूरथला।
निहंगों और पुलिस के बीच फायरिंग होने से एक होमगार्ड बलिदान हो गया, जबकि, 1 दर्जन के करीब पुलिस अधिकारी सहित कर्मचारी बुरी तरह से घायल हो गए। मामला, कपूरथला जिला के सुल्तानपुर लोधी स्थित गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा का बताया जा रहा हैं। विवाद का कारण पुलिस द्वारा गुरुद्वारा साहिब में दाखिल होना बताया जा रहा हैं। सभी घायल सिविल अस्पताल भर्ती किया गया। एडीजीपी सहित बड़े अधिकारी मौके पर स्थित हैं। माहौल काफी तनावपूर्ण बताया जा रहा हैं। 1 दर्जन से ऊपर निहंगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के अधीन मामला दर्ज कर लिया गया। किसी की गिरफ्तारी बारे अभी पुलिस ने पुष्टि नहीं की।
चोटिल पुलिस अधिकारी तथा कर्मी
मृतक की पहचान होमगार्ड जवान जसपाल सिंह निवासी गांव मनियाला के तौर पर हुई है। घायलों की पहचान डीएसपी भुलत्थ भारत भूषण सैनी, एएसआई सुखदेव सिंह, कांस्टेबल बबल प्रीत सिंह, एएसआई अशोक कुमार, एएसआई गुरमीत सिंह, सुरिंदर सिंह, अमनदीप सिंह, हरभजन सिंह, रमनदीप सिंह और हरजिंदर सिंह के रूप में हुई है।
विवाद की वजह
विशेष डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि कपूरथला पुलिस को सूचना मिली थी कि गुरुद्वारा साहिब पर सेवादारों को बंधक बनाकर कब्जा किया गया है। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज किया। इस मामले में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गुरुवार की अल-सुबह गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा के बाहर पुलिस पहुंची तो अचानक अंदर से निहंग सिंहों ने फायरिंग कर दी। गोली लगने से होमगार्ड जवान जसपाल सिंह की मौत हो गई और 2 पुलिसकर्मियों के हाथ कट गए। उनकी सर्जरी अस्पताल में हो रही है।
जानिए, क्या था पूरा प्रकरण
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार कई सालों से गुरुद्वारा श्री बेर साहिब के सामने स्थित गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा (यादगार बाबा नवाब कपूर सिंह की छावनी निहंग सिंह तख्त बुड्ढा दल) पर बाबा बुड्ढा दल 96 करोड़ी संत बलबीर सिंह सिंह का कब्जा चला आ रहा। उन्होंने अपने 2 सेवादार निरवैर सिंह और जगजीत सिंह को गुरुद्वारा साहिब में बैठाया है।
21 नवंबर यानी मंगलवार की सुबह साढ़े आठ बजे बाबा बुड्ढा दल के अलग हुए गुट के प्रमुख संत बाबा मान सिंह ने अपने 15-20 साथियों के साथ गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा साहिब में जबरन दाखिल हुए और निरवैर सिंह को बंधक बना लिया और जगजीत सिंह पर हथियारों से वार किया। इन दोनों के हथियार, मोबाइल और पैसे छीनकर गुरुद्वारा साहिब पर कब्जा कर लिया।