दो साल पहले स्वास्थ्य विभाग ने बंद कर दिया था नशा छुड़ाओ केंद्र…….फिर से अवैध रुप से चला रहे नशा छुड़ाओं केंद्र पर युवाओं के साथ मारपीट करने के लगे आरोप

प्रताड़ित होकर 13 युवा वहां से हो गए फरार, सिविल सर्जन के समक्ष पेश होकर बयां की आपबीती

उप-अधीक्षक को सिविल सर्जन ने मामले की जांच के दिए आदेश

एसएनई न्यूज़.लुधियाना।

पंजाब में नशाग्रस्त युवा नशे की गर्क जिंदगी से उबरने के लिए नशा छुड़ाओं केंद्र में अपना-अपना ईलाज करा रहे है, जबकि पंजाब में कुछ तस्वीरें अवैध रुप से चला रहे नशा छुड़ाओं की सामने आ रही है। पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना के मुल्लापुर क्षेत्र में स्थित एक नशा छुड़ाओं केंद्र के खिलाफ नशा छोड़ने वाले युवाओं के साथ मारपीट करने के संगीन आरोप लगें है।

केंद्र की प्रताड़ना से तंग आकर वहां के 13 युवा मौका देखकर फरार हो गए। सिविल सर्जन से मुलाकात कर , नशा छुड़ाओं केंद्र के बारे सारी सच्चाई बयां की गई।सिविल सर्जन एसपी सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उप-अधीक्षक मेडिकल आयुक्त (डीएसी) डाक्टर सुरेंदर को जांच के आदेश जारी कर दिए।

प्रताड़ित युवकों में सिमरनजीत सिंह, गुरमुख सिंह, जसप्रीत सिंह, रणजोत सिंह, जोबन सिंह, मलविंदर सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि वे लोग नशे के ग्रस्त से बाहर निकलने के लिए, इस नशा छुड़ाओ केंद्र में दाखिल हुए। आरोप लगाए कि कोई भी यहां पर डाक्टर न ही फार्मिस्सट मौजूद है। 

दवा उन्हें आम आदमी देते है। आरोप लगाए कि उनके साथ प्रतिदिन मारपीट की जाती है। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है। आरोप लगाए कि उन पर पिस्तोल के बट के साथ कई बार हमला किया गया। परिजनों से कई दिनों तक बातचीत नहीं होने दी जाती है।

अब वह बिल्कुल ठीक है। जबकि, नशा छुड़ाओ केंद्र का संचालक उनके अभिभावकों को खराब हालत का हवाला देकर , पैसे ठग रहा है। इसलिए, उन्होंने केंद्र से भागने का फैसला किया।  

50% LikesVS
50% Dislikes