नितिन धवन.लुधियाना।
संगरूर जेल में बैठ हरियाणा का कुख्यात बदमाश जाली एडीजीपी बनकर पुलिस में फर्जी भर्ती का रैकेट चला रहा था। जेल में ही बैठकर उसने हाईटेक सिस्टम तैयार किया और इसके माध्यम से पूरे देश से 400 नौजवानों को अपना शिकार बना चुका है।
यही नहीं उसका एक साथी लुधियाना में ही अपने घर पर कंप्यूटर, फर्जी स्टैंप लगाकर कागजात तैयार करता था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
फार्म भरने के युवाओं से लेते थे 999 रुपए
पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि संगरूर जेल में बंद कुरुक्षेत्र के रहने वाले कुख्यात अपराधी अविलोक विराज खत्री ने जेल में बैठकर ही पुलिस के इंटरनल सिस्टम क्राइम क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्किंग सिस्टम सीसीटीएनएस की वेबसाइट बनाई थी। इसके माध्यम से वह युवाओं को 999 रुपए भरने का फार्म देते और इससे 400 युवाओं को ठग चुके थे। उनकी तरफ से युवाओं को सीसीटीएनस के अधीन वालंटियर के तौर पर काम के लिए रखते थे।