वर्ष 2019 का इस्सेवाल सामूहिक दुष्कर्म मामला…पिस्टल की नोक पर युवती साथ सारी रात दुष्कर्म करने वाले हवस के दरिंदे दोषी करार

प्रतीकात्मक तस्वीर

पीड़िता के अन्य साथियों को सारी रात पीटते रहे…2 लाख रुपए की मांगी थी रंगदारी..फोन कालिंग की लोकेशन के माध्यम से पुलिस ने लिया था पकड़

दो वर्ष चला फास्ट ट्रेक अदालत में मामला…4 मार्च को सुनाई जाएगी सजा…नहर के पास दिया था वारदात को अंजाम

एसएनई न्यूज़.लुधियाना।

यहां का बहुचर्चित इस्सेवाल सामूहिक दुष्कर्म मामले में अदालत ने एक नाबलिग समेत कुछ छह अपराधियों को दोषी करार दिया। सजा का फैसला 4 मार्च को सुनाया जाएगा। मामला वर्ष 2019 का है। पीड़ित युवती के साथ बारी-बारी सारी रात समाूहिक दुष्कर्म किया गया था। उसके अन्य साथियों को सारी रात बंधकर बनाकर बेरहमी से मारपीट की गई। स्वजनों से 2 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई। सभी अभियुक्तों को फोन काल के माध्यम से थाना दाखा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इन सभी अपराधियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के अधीन मामला दर्ज किया गया। एक नाबलिगा समेत जगरुप सिंह, सादिक अली, साईफ अली, अजय उर्फ ललन, सुरमू समेत कुछ अभियुक्तों ने इस वारदात को अंजाम दिया। 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, युवती 9 फरवरी 2019 को अपने दोस्तों के साथ चाकलेट डे मनाने के लिए कार सवार होकर जा रही थी। रात के अंधेरे में साउथ सिटी पर मोटरसाइकिल सवार अभियुक्तों ने पूर्व में कार पर इंट-पत्थरों से हमला किया। बाद में पिस्टल की नोक पर सभी का अपहरण कर लिया गया। सभी को नहर के पास लेकर गए। पीड़िता के अन्य दोस्तों को बंधक बना लिया गया। उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। मारपीट सारी रात करते रहें। युवती के साथ उक्त छह अभियुक्तों ने बारी-बारी कर सारी रात दुष्कर्म किया।

इस बीच पीड़िता के स्वजनों को फोन कर 2 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की गई। रंगदारी नहीं मिलने की वजह से अपराधी वहां से भाग गए। थाना में छह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। एक हफ्ते के भीतर फोन लोकेशन के माध्यम से सभी अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दो माह के बाद पुलिस ने अदालत में चालान पेश किया। वर्ष 2020 में केस को फासर्ट ट्रेक अदालत में स्थानांतरण कर दिया गया। दो साल के भीतर अदालत ने सभी को दोषी ठहरा दिया। फैसला 4 मार्च को सुनाया जाएगा।  

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