वरिष्ठ पत्रकार.लुधियाना।
एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर सुखदेव सिंह उर्फ विक्की के पिता बलविंदर सिंह और 2 भाई सिविल अस्पताल पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिवार को सौंप दिया। माछीवाड़ा में पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार करवाया। उधर, घटनास्थल पर दूसरे दिन भी पुलिस की कई टीमों ने जांच की। पुलिस ने सुखदेव सिंह उर्फ विक्की के खिलाफ सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
एफआईआर में यह लिखा गया
सुखदेव सिंह उर्फ विक्की बिना नंबर की बाइक से कोहाड़ा की तरफ जा रहा था। जब गांव पंजेटा में पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो आरोपी ने अचानक पुलिस पर फायरिंग कर दी। एक गोली एएसआई दलजीत सिंह की टांग पर लगी। एक गोली इंस्पेक्टर बेअंत जुनेजा के पेट के पास लगी, लेकिन उन्होंने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी तो उनका बचाव हो गया। पुलिस को सुखदेव विक्की के पास से 32 बोर का पिस्तौल, मैगजीन और कारतूस के 3 खोल बरामद हुए।
7 साल पहले कर दिया था बेदखल
सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने पहुंचे सुखदेव विक्की के पिता बलविंदर सिंह ने पहले तो कोई बात नहीं की। बाद में उन्होंने कहा कि 7 साल पहले उन्होंने बेटे को बेदखल कर दिया था। सुखदेव विक्की पहले ही मारपीट करता था। इस वजह से परेशान होकर उन्होंने बेटे को बेदखल कर दिया और घर से निकाल दिया था।