वरिष्ठ पत्रकार. लुधियाना।

जहरीली गैस से हुई 11 लोगों की मृत्यु मामले में अभी-अभी बड़ा खुलासा हुआ। जांच-पड़ताल में सामने आया कि किस गैस की वजह से सभी की मौत हुई है। लुधियाना की डीसी सुरभि मलिक ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने घटनास्थल से सैंपल जांच में स्पष्ट हुआ है कि सीवरेज लाइन में औद्योगिक अपशिष्ट डाला गया था। इस वजह से हाइड्रोजन सल्फाइड गैस बनी। इस गैस के दिमाग में चढ़ने से सभी की मौत हुई। इस बात की पुष्टि जिलाधीश सुरभि मलिक ने की।
उन्होंने बताया कि गोयल किराना के नजदीक सीवरेज लाइन से गैस का रिसाव हुआ। अब घटना की मजिस्ट्रेटी जांच का भी आदेश दे दिया गया। जांच के बाद जिन-जिन के खिलाफ आरोप साबित हुए, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
देखते ही देखते शव पड़ गए नीले
लुधियाना में गैस रिसाव से हुई 11 लोगों की मौत के बाद इलाके में दहशत कायम है। एक मृतक के परिजन ने बताया कि गैस का असर ऐसा था कि लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। तीन शव नीले पड़ गए। संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोगों ने अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर ली। एक अन्य स्थानीय ने कहा कि उनके परिवार के कई सदस्य घटनास्थल में फंसे रहे।
नियमों का पालन करने की अपील की
डीसी सुरभि मलिक ने कहा कि हम अपील करते हैं कि किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और घबराएं नहीं। उन्होंने स्थानीय लोगों से मास्क पहनने और घटनास्थल से थोड़ी देर बनाए रखने की अपील की।
ताश के पत्तों की तरह गिरने लगे लोग
ग्यासपुरा औद्योगिक क्षेत्र में रविवार की सुबह जहरीली गैस ने तांडव मचाया। सुबह लोग चाय, दूध और किराना का सामान लेने निकले तो लेकिन इनमें से 11 लोग कभी नहीं लौट के आ सकेंगे। इलाके में गैस इतनी भयानक फैली थी कि लोग ताश के पत्तों की तरह गिरने लगे। पूरे इलाके में कोहराम मच गया। गोयल कोल्ड ड्रिंक स्टोर के बाहर लोगों को जमीन पर गिरा देख किसी की भी आगे जाने की हिम्मत नहीं पड़ी। कई लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई।
ड्रोन से पुलिस ने इलाके की जांच की
गोयल कोल्ड ड्रिंक स्टोर और आरती क्लीनिक के ऊपर ही मालिकों के घर हैं। इसके साथ ही नवनीत कुमार का भी घर है। आशंका थी कि घर के ऊपर भी लोग गिरे हो सकते हैं। अधिकारियों ने ड्रोन कैमरा मंगवाया और घटनास्थल के आसपास पूरे इलाके की जांच की।