वरिष्ठ पत्रकार नितिन धवन.वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.मानसा/चंडीगढ़।
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस की देर रात 10 बजे मानसा की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 27 जून तक सीआईए स्टाफ के पास न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस को सिविल अस्पताल लेकर मानसा की सीआईए स्टाफ पुलिस पहुंची। अदालत से लेकर अस्पताल में चप्पे-चप्पे पर पुलिस को तैनात किया गया था। किसी को उसके पास फटकने की इज्जात तक नहीं थी। इससे पहले चर्चा थी कि बिश्नोई को कई देर सायं अदालत में पेश किया जा सकता है। क्योंकि, 7 दिन की रिमांड आज मंगलवार समाप्त हो गई थी। सुरक्षा के लिहाज से लारेंस को देर रात पेश किया गया। बताया जा रहा है कि साढ़े बजे लॉरेंस बिश्नोई को कड़ी सुरक्षा के बीच बाहर लाया गया। बुलेट प्रूफ गाड़ी में उस बैठाकर पुलिस टीम साथ ले गई।
बताया जा रहा है कि लारेंस से पूछताछ किसी सुरक्षित स्थान पर की जा रही हैं। उक्त स्थल पर कड़ी सुरक्षा का पहरा 24 घंटा रहता हैं। फिलहाल, सात दिन में लारेंस ने पुलिस के समक्ष कुछ खास खुलासा नहीं किया। इसलिए पुलिस ने अदालत के समक्ष लारेंस के रिमांड की मांग की। जिसे न्यायाधीश ने तुरंत स्वीकार करते हुए 27 जून तक स्वीकार कर ली। पकड़े शार्प शूटर्स का बड़ा खुलासाइसके अलावा दिल्ली में पकड़े शार्प शूटर्स से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल हुए हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आए थे। यह हथियार मूसेवाला की हत्या में शार्प शूटर्स को लीड करने वाले प्रियव्रत फौजी तक पहुंचाए गए थे।
‘ऑपरेशन वर्दी’ था हत्याकांड का कोड
मूसेवाला के मर्डर का कोड ‘ऑपरेशन वर्दी’ रखा हुआ था। असल में लॉरेंस के कनाडा बैठे साथी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला को घर में घुसकर मारने की प्लानिंग की थी। इसके लिए पुलिस की वर्दी भी ली गई थी। सूत्रों के मुताबिक पंजाब से लंबी कद-काठी के 3 सिख युवकों को इसके लिए तैयार किया गया था। प्लानिंग यह थी कि पुलिस वर्दी में मूसेवाला के घर में जाकर उसे गोली मारेंगे। हालांकि ऐसा संभव नहीं हो सका।
2 दिन पहले भी थी प्लानिंग, शूटर्स तैयार नहीं थे
मूसेवाला की हत्या के लिए शार्प शूटर पहले ही मानसा पहुंच चुके थे। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में शार्प शूटर्स ने बताया कि 29 मई को भी मूसेवाला बिना सिक्योरिटी के गाड़ी में बाहर निकला था। वह उसी वक्त मूसेवाला पर हमला करना चाहते थे लेकिन शूटर्स तैयार नहीं थे। जिसकी वजह से यह प्लान फेल हो गया। इससे पहले एक कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान भी मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग थी। वह भी सिरे नहीं चढ़ सकी। 29 मई को मूसेवाला बिना सिक्योरिटी के बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर की जगह थार जीप से गए तो शार्प शूटर्स ने मानसा के जवाहरके गांव के पास उनकी हत्या कर दी।
फौजी और कशिश को पंजाब लाएगी पुलिस
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के गिरफ्तार किए शार्प शूटर प्रियव्रत फौजी और कशिश को पुलिस पंजाब लेकर आएगी। दोनों को उनके बठिंडा के रहने वाले साथी केशव के साथ प्रोडक्शन वारंट पर लाने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल यह तीनों दिल्ली पुलिस के पास रिमांड पर हैं। उनका रिमांड खत्म होने के बाद उन्हें पंजाब लेकर पूछताछ की जाएगी।