PUNJAB IMPORTANT NEWS ….इस जांच ने N.I.A के उड़ा दिए होश……आतंकियों से बातचीत तथा विदेशी फंडिंग का सबूत हाथ लगा

वरिष्ठ पत्रकार.श्री मुक्तसर साहिब /चंडीगढ़।  

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हाथ इस किसान नेता तथा नेत्री के आवास से महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगा है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह सुराग टीम को आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने का सबूत देता है। दबिश पंजाब के मुक्तसर साहिब के एक गांव में दी गई। टीम के साथ अर्धसैनिक बल तथा संबंधित थाना के बल भी थे। बताया जा रहा है कि टीम के साथ किसान संगठनों ने धक्का-मुक्की भी गई। बड़ी मुश्किल से भाग कर उन्हें जान बचानी पड़ी। जांच लगभग 5 घंटा तक चली। फिलहाल, इस दबिश के बारे टीम की तरफ से कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की। उधर, किसान संगठन पुलिस थाना के बाहर धरना लगाकर बैठे है। उनके मुताबिक, केंद्र सरकार उनके संघर्ष में बाधा डालने के लिए केंद्रीय एजेंसियों की मदद ले रही है, लेकिन, वह इन चीजों से बिल्कुल ही नहीं डरने वाले है। 

शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी जिला मुक्तसर के एक गांव में रहने वाले किसान नेता संदीप तथा उसकी बहन नौदीप के घर पहुंच गई। दोनों ही किसान मजदूर एकता संगठन के नेता है। वे लंबे समय से हर संघर्ष में शामिल हो रहे है। टीम ने उनके आवास के हर कोने में तलाशी ली। तलाशी अभियान पूरे 5 घंटा तक चला। टीम ने नेता रामपाल का मोबाइल जब्त कर लिया। इस बीच किसान संगठन को पता चला है कि उनके नेता तथा नेत्री के आवास पर एजेंसी के आवास पर दबिश दी गई है, तभी सभी इकट्ठा होकर वहां पर पहुंच गए। आरोप लगा है कि टीम के साथ धक्का मुक्की करने लग पड़े। टीम बड़ी मुश्किल से वहां से निकली। 

उधर, विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि टीम के हाथ जो मोबाइल लगा है, उसमें विदेश में रहने वाले आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों से बातचीत का पता चला है। विदेश फंडिंग हासिल होने की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल, नेता तथा नेत्री इस बात को सिरे नकार रहे है तथा केंद्रीय एजेंसी की एक चाल को करार दे रहे है। 

बता दें कि पिछले समय किसान संगठन में शामिल कई नेताओं के जहां पर एनआईए ने रेड की थी, उनके खाता तथा मोबाइल की पड़ताल करने पर देश विरोधी संगठन खालिस्तान से फंडिंग तथा बातचीत का प्रमाण हासिल हुआ था। उन केस को लेकर अभी तक जांच जारी है। 

उधर, किसानों संगठनों का धरना प्रदर्शन पुलिस थाना के बाहर अभी तक जारी है। चेतावनी देते कहा कि अगर एनआईए उनके नेता का जब्त किया फोन वापस नहीं किया तो उनका संघर्ष और तेज होगा। 

यूपी के साथ जांच को जोड़ा जा रहा है

नेता रामपाल ने बताया कि जांच टीम ने जब उनके यहां दबिश दी तो उन्होंने टीम का पूरा सहयोग किया। टीम ने 5 घंटा तक जांच की। उत्तर-प्रदेश के लखनऊ से एक जुड़े मामले को लेकर टीम ने जांच करने की बात को उनसे कहां गया। लेकिन, इस मामले में उन्हें किसी प्रकार की कोई जानकारी थी। जानबूझकर, उन्हें केंद्र सरकार के दबाव की वजह से फंसाया जा रहा है। ऊपर से उनके मोबाइल को जब्त कर लिया। इसलिए, किसान संगठन के अन्य नेताओं को इस बारे जानकारी दी गई जोकि मौके पर इकट्ठा हो गए। 

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