प्रवीर अब्बी.नवांशहर।
शहीद भगत सिंह नगर के एसएसपी पीपीएस संदीप कुमार शर्मा जब से ड्यूटी दे रहे, तब से जिला पुलिस अपराध पर लगाम लगाने एवं कथित अपराधियों को चुन-चुनकर जेल की सलाखों में डाल रही हैं। ताजा उदाहरण सामने आया है कि पिछले दिनों एक हत्या एवं फिरौती की मांग का मामला पुलिस की गले की साख बन चुका था। उसे एसएसपी संदीप शर्मा की आधुनिक तकनीक एवं सूझबूझ के साथ सुलझा लिया गया। 12 वर्ष अपनी पहचान छिपाकर बैठे रंजीत सिंह लाडी (फर्जी नेम जगतार सिंह) को हरियाणा के अंबाला की डिफेंस कालोनी से गिरफ्तार कर लिया गया। हत्या में इस्तेमाल किए दो नंबर का पिस्टल एवं कार-मोटरसाइकिल भी बरामद कर लिया गया। अदालत में कथित अपराधी को पेश किया गया। वहां से 11 जुलाई तक पुलिस की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उक्त कथित अपराधी के गुनाह में साथ देने वाले यूपी के सहारनपुर के रहने वाले नोमन को पुलिस पहले से ही गिरफ्तार कर चुकी हैं।
अधिक जानकारी देते हुए प्रेसवार्ता दौरान एसएसपी नवांशहर संदीप कुमार ने बताया कि 16 अप्रैल को सुखविंदर सिंह (डीजे) वाला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या गोली मारकर की गई। इस मामले को तकनीकी ढंग से छानबीन हुई। इसके तार उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर से जुड़ने लगे। विभिन्न टीमों को इस केस के लिए लगाया गया। वहां से एक नोमन नामक को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने कबूला कि हत्या जगतार सिंह उर्फ रंजीत सिंह लाडी के कहने पर की गई। वह वर्तमान में अंबाला में रहता हैं। पुलिस टीम ने रेड करके, उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया।
रंजीत सिंह से पूछताछ शुरू हुई तो उसने बताया कि वह वर्ष 2012 का नवांशहर से भगौड़ा हैं। अंबाला में रह रहा हूं। पिछले दिनों उसने ही एलआईसी के एजेंट अमरजीत सिंह को फोन पर 10 लाख की फिरौती मांगी थी तथा जान से मारने की भी धमकी दी। उसकी निशानदेही पर पिस्टल तथा कार एवं मोटरसाईकिल बरामद कर लिया गया।
सुखविंदर के साथ थी पुरानी रंजिश
कथित अपराधी ने बताया कि सुखविंदर सिंह के साथ उसकी पुरानी रंजिश थी। वर्ष 2012 में उसे सुखविंदर ने अपनी साथियों के साथ मिलकर उसे बुरी तरह से पीटा था। चूंकि, वह भगौड़ा था, इसलिए कुछ नहीं कर पाया। किसी गैंग के साथ संबंध होने की बात को पुलिस ने जांच का विषय बताकर, उसे सिरे से खारिज कर दिया।
इंस्पेक्टर राजीव कुमार की रही सराहनीय भूमिका
इस पूरे मामले में इंस्पेक्टर राजीव कुमार की भूमिका काफी सराहनीय रही। उन्होंने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया। कथित अपराधियों को उनके संभावित ठिकानों से चुन-चुनकर ढूंढ निकाला। उनकी इस भूमिका की एसएसपी नवांशहर संदीप कुमार ने भी प्रेसवार्ता दौरान की। उनका नाम पुलिस मुख्यालय में एक सम्मान की सूची में जल्द भेजा जा रहा हैं।