-बची हुई सामग्री को फूड सप्लाई विभाग ने रखवाया था कौंसिल कार्यालय में, किटें खराब हुईं तो सामने आया मामला
-ईओ बोले – राहत किटें उठवाने व कमरा खाली करने को कई बार एसडीएम कार्यालय को सूचित किया गया
एसडीएम बोले – लापरवाही में लिप्त अधिकारियों पर की जाएगी कार्रवाई
प्रवीर अब्बी. बंगा सिटी ( नवांशहर )
कोविड काल में कोरोना पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार द्वारा भेजी गईं खाद्य किटें विभागों की लापरवाही के चलते खराब हो गईं। इन किटों में कीड़े दौड़ने लग गए हैं, जो अब किसी के खाने योग्य नहीं रहीं। फूड सप्लाई विभाग द्वारा नगर कौंसिल कार्यालय में प्रधान व पार्षदों के कमरे में रखी तथा खराब हुईं करीब 100 से अधिक किटों के संबंध में उक्त दोनों विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारी लेने से कतरा रहे हैं, जबकि एसडीएम ने इस मामले में कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई का संज्ञान लेने की बात कही है।
उधर, क्षेत्रवासियों ने कहा कि रोष जताते हुए कहा कि इन किटों को उस समय जल्द से जल्द वितरित करना यकीनी बनाया जाना चाहिए था, क्योंकि अब खराब हुईं किटें अब फैंकनी पड़ेंगी, जबकि यह किसी के मुंह का निवाला बन जातीं तो अच्छा था।
कौंसिल के ईओ राजीव ओबराय ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा कोविड मरीजों के लिए भेजी गईं इन राहत किटों को फूड सप्लाई विभाग तथा एसडीएम कार्यालय द्वारा गठित की गई टीम ने कौंसिल कार्यालय में रखवाया था। इनमें से 100 से अधिक राहत किटें बच गई थीं।
ओबराय के अनुसार उन्होंने एसडीएम कार्यालय तथा फूड सप्लाई विभाग के अधिकारियों को यह किटें उठवाने के लिए कई बार कहा था, लेकिन उक्त विभागों द्वारा इस संबंध में ठोस कदम नहीं उठाए गए। जिसके चलते यह राहत किटें कमरे में पड़े-पड़े खराब हो गईं और इसमें कीड़े चलने लग गए हैं। और तो और अब यह किसी के खाने योग्य नहीं रहीं।
बची किटें आम लोगों में देनी चाहिए थी
क्षेत्र के समाजसेवी मनीष भारद्वाज, सुरिंदर कुमार चोपड़ा, गुरदीप सिंह सैणी, दविंदर सिंह पूनी तथा सुरजीत सिंह ने कहा कि यह मामला सामने आने पर उन्हें काफी दुख हुआ। उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों के लिए आईं यह किटें बच जाने पर आम लोगों को देनी चाहिए थीं, क्योंकि कोविड काल में जहां लोग पाई-पाई के लिए मोहताज हो गए थे, वहीं महंगाई में यह सामग्री गरीबों के लिए कुछ दिनों की राहत दे सकती थीं। लेकिन ऐसा नहीं हो सका और विभागों की लापरवाही के चलते यह खराब हो गईं। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर उच्चाधिकारियों को कार्रवाई अमल में लानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे मामले सामने न आ सकें।
कुछ दिन पहले संभाला है चार्ज, अधिकारियों से लेंगी मामले की जानकारी
डिस्ट्रिक्ट फूड एंड सप्लाई कंट्रोलर मधु ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही चार्ज संभाला है। विभाग के अन्य अधिकारियों से मामले की जानकारी लेकर इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी। जो भी आरोपी पाया गया उस पर उच्चाधिकारियों के निर्देशों के तहत जिम्मेदारी तय की जाएगी।
बार-बार कहने पर भी दिखाई फूड सप्लाई विभाग ने लापरवाही- एसडीएम
एसडीएम विराज तिड़के ने कहा कि इस खाद्य सामग्री को पूरी तरह से सुरक्षित रखने के संबंध में डीएफएससी को कई बार कहा गया है। बार-बार कहने के बावजूद इस मामले में हुई लापरवाही के चलते खाद्य सामग्री अब खराब हो गई है। इस मामले में जो भी आरोपी पाया गया, उस पर कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।
150 किट और आई थी
पता चला है कि 100 किट के उपरांत डेढ़ सौ किट अन्य भी आई थी। गठित टीम द्वारा 119 किट कोरोना मरीजों के घर बांटने की बात सामने आई, जबकि, इनमें 131 किट खराब हो गई। प्रत्येक किट में 10 किलो आटा, 2 किलो चीनी व 2 किलो काले चने थे।