मुख्यमंत्री ने भावुक संदेश दर्ज करते हुये लिखा, ‘‘धन है यह जगह जिसने शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह जैसा नेता पैदा किया।

कहा-मुख्यमंत्री के तौर पर मेरा प्रत्येक काम शहीद भगत सिंह की सोच के मुताबिक होगा

शहीद भगत सिंह के जन्म दिवस के मौके पर श्रद्धा-सुमन भी भेट किए

प्रवीर अब्बी बंगा,खटकड़कलां, नवांशहर।

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज प्रण किया कि राज्य के प्रमुख होने के नाते उनका हर काम शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के आदर्श और सोच के मुताबिक होगा।मुख्यमंत्री ने पंजाब विधान सभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह, कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह और अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग के साथ आज शहीद भगत सिंह के जन्म दिवस के मौके पर उनको श्रद्धा के फूल भेंट किये। वह शहीद भगत सिंह के पैतृक घर में भी गए।

महान शहीद के घर में दाखि़ल होने से पहले मुख्यमंत्री ने शहीद के पैतृक घर के प्रवेश द्वार पर सिर झुका कर नमन किया।शहीद-ए-आज़म के पैतृक घर में विज़टर बुक में मुख्यमंत्री ने भावुक संदेश दर्ज करते हुये लिखा, ‘‘धन है यह जगह जिसने शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह जैसा नेता पैदा किया। इस मिट्टी को अपने मस्तक पर लगाकर मुझे बेहद ख़ुशी हुई। मैं यह प्रण लेता हूँ कि बतौर मुख्यमंत्री मैं हर काम इस सोच के साथ करूँगा कि स. भगत सिंह मुझे देख रहा है।’’

मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान कहा कि इस पवित्र धरती पर राष्ट्रीय स्वतंत्रता संघर्ष ख़ातिर अपना जीवन न्योछावर करने वाले महान शहीद को श्रद्धाँजलि भेंट करके अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं। वह शहीद-ए-आज़म के सपने साकार करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। देश हमेशा ही महान शहीद का ऋणी रहेगा जिन्होंने मुल्क को बर्तानवी साम्राज्य के चंगुल में से आज़ाद करवाने के लिए 23 वर्षों की जवानी उम्र में अपना जीवन कुर्बान कर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जवान उम्र में शहीद भगत सिंह की शहादत ने नौजवानों को राष्ट्रीय आज़ादी संघर्ष में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जिस कारण देश को आज़ादी हासिल हुई। उन्होंने कहा कि शहीद-ए-आज़म लाखों नौजवानों के लिए देश की निष्काम सेवा करने के लिए सदा ही प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे। चन्नी ने नौजवानों को शहीद भगत सिंह के नक्शे कदमों पर चलने का न्योता दिया जिससे भारत को प्रगतिशील और ख़ुशहाल मुल्क बनाया जा सके।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने शहीद के पिता स्व. किशन सिंह के समाधी स्थल पर श्रद्धाँजलि भेंट की। उन्होंने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर भी श्रद्धा-सुमन भेंट किये।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शहीद के रिश्तेदारों को भी सम्मानित किया जिनमें स. सतविन्दर सिंह और स. हरजीवन सिंह गिल, शहीद की बहन अमर कौर के पोते, भाई स्व. कुलतार सिंह के पुत्र स. किरणजीत सिंह, भाई स्व. कुलबीर सिंह की बहु श्रीमती तेजविन्दर कौर संधू, भाई स्व. कुलबीर सिंह सिंह की पोती अनुश प्रिया और शहीद सुखदेव थापर के परिवार से अशोक थापर और विशाल नायर शामिल हैं।इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नौजवानों और खेल क्लबों को 31 खेल किटें भी बांटीं।


इस मौके पर पंजाब विधान सभा के स्पीकर राणा केपी सिंह, कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह और अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग, विधायक अंगद सिंह, चौधरी दर्शन लाल और नवतेज सिंह चीमा, पूर्व विधायक तरलोचन सूंध, चेयरमैन ज़िला योजना कमेटी सतबीर सिंह पल्ली झिक्की और अन्य मौजूद थे।

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