पटियाला—कबड्डी खिलाड़ी धर्मेंद्र भिंदा कत्ल कांड में बड़ा खुलासा…..लारेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य की पहले थी भिंदा के साथ दोस्ती…फिर हो गई आपस में दुश्मनी…बदला लेने के लिए गोलियों से भूना था….उत्तराखंड के देहरादून से एजीटीएफ-पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन दौरान पकड़ा

अमरजीत सिंह. पटियाला।

पिछले दिनों पटियाला विश्वविद्यालय गेट के समक्ष कबड्डी के बड़े खिलाड़ी तथा फेडरेशन के संस्थापक धर्मेंद्र सिंह सिंह बिंदा को गोली मारकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उस मामले के मुख्य अपराधी हरवीर सिंह को उत्तराखंड के देहरादून से एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स तथा पटियाला पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन दौरान गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य साथी तेजिंदर सिंह फौजी को पटियाला के निकटवर्ती गांव से गिरफ्तार किया गया। 4 इस साजिश को अंजाम देने वालों के साथ-साथ 3 पनाह देने वालों को कुल मिलाकर अब तक 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि पकड़े कथित अपराधी बिश्नोई गैंग के सदस्य है। पूर्व में बिंदा तथा उनकी आपस में पक्की दोस्ती थी। किसी कारणवश उनकी आपस में लगने लग पड़ी। बदला लेने के लिए धर्मेंद्र की गोली मारकर हत्या की गई। 

इस बात की अधिक जानकारी देते पुलिस लाइन पटियाला में रखी प्रेस वार्ता दौरान एडीजीपी एजीटीएफ प्रबोध भान ने कहा कि पिछले दिनों धर्मेंद्र की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। मामला स्थानीय थाना में दर्ज हुआ। मामला गैंगस्टरों के साथ जुड़ा होने की वजह से उनकी टीम को जांच अपने हाथ में लेनी पड़ी। इस मामले में कुल 9 अपराधी थे। सात को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। दो कुख्यात अपराधी फरार थे। उन्होंने तकनीकी टीम की मदद से इनकी लोकेशन को ट्रेस के लिए मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिए। गुरवीर के  फोन की लोकेशन उत्तराखंड के जिला देहरादून की सामने आई।उनकी स्पेशल टीम ने उस लोकेशन पर दबिश दी। ऑपरेशन दौरान एक मुलाजिम गंभीर भी हो गया। मुलाजिम को ऑपरेशन दौरान गोली लगी है,या फिर गिरने से चोटिल हुआ। इसके पीछे का असल कारण अधिकारी ने स्पष्ट नहीं किया।  वहीं, फौजी को पटियाला के निकटवर्ती गांव से टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पता लगाया जा रहा है कि इनके खिलाफ पूर्व में कितने आपराधिक मामले दर्ज है।

 राजनीतिक मुद्दा बन गया था केस

दरअसल, जिस दिन कबड्डी खिलाड़ी की गोली मारकर हत्या की गई थी। उस दिन पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ट्विटर अकाउंट में कहा था कि पंजाब में अपराध में इजाफा हो गया। सरेआम गोली चलना तथा मौत के घाट उतारना अब आम बात है। इसके बाद ही मामला एजीटीएफ को सौंप दिया था। इसकी कमान एडीजीपी प्रबोध भान ने खुद संभाली तथा मामले पीछे कुख्यात अपराधियों को ढूंढकर उन्हें गिरफ्तार किया। 

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