पहले-बादल फिर कैप्टन साहब, जैसे बड़े नेताओं ने किया नजरअंदाज….. अब….यह देख रहे है तमाशा
एसएनई न्यूज़.पटियाला।
राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (NSQF) अध्यापक पंजाब सड़कों पर लंबे समय से अपनी जायज मांगों को लेकर सरकार के समक्ष लगा रहे है गुहार। मुख्यमंत्री पंजाब चरणजीत सिंह चन्नी तथा पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्वू को भी नहीं, इन पर बिल्कुल तरस नहीं है। कड़ाके की ठंड में वीरवार सुबह पंजाब भर के राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (NSQF) अध्यापकों ने नवजोत सिंह सिद्वू के पटियाला स्थित आवास के बाहर धरना लगाया। इस दौरान पंजाब सरकार, पंजाब सीएम चन्नी, नवजोत सिंह सिद्वू के खिलाफ खूब नारेबाजी की।
यूनियन के वक्ताओं के मुताबिक, पूर्व बादल फिर कैप्टन जैसे उन्हें नजरअंदाज करते। जबकि, सीएम चन्नी का पंजाब में सत्ता संभालना, उन्हें उम्मीद की किरण नजर आई। लेकिन, अभी तक उनकी मांग पर कोई फैसला नहीं हुआ। पिछले 10-12 साल से अध्यापक अपनी जायज मांगों को लेकर समय-समय की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। किसी ने आज तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया।
वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल दौरान, लगभग 30 के करीब मंत्रियों से लेकर सीएम तक बैठक हुई। हर बार झूठे आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।इस बार फैसला कर लिया है कि अपनी जायज हक के लिए किसी हद तक जाने के लिए उन्हें कोई नहीं रोक सकता है।
बताया जा रहा है कि सिद्वू के आवास बाहर सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए। आंदोलनकारियों को बोरिंग गेट के पीछे ही रखा जा रहा है। पुलिस तथा अध्यापकों के बीच मामूली तकरार की बात भी सामने आई। फिलहाल तनावपूर्ण स्थिति के बारे कोई खबर सामने नहीं आई। परिस्थितियां कंट्रोल बताई जा रही है।