अभिमन्यु है तो सब मुमकिन……इस जांबाज अधिकारी ने वो कर दिखाया…जिसकी डीजीपी से लेकर सीएम कार्यालय में हो रही तारीफ…।  

लेखक.अमित मरवाहा।/ TARN TARAN. 

पंजाब का एक सरहदी जिला जहां पर सबसे अधिक अपराध का ग्राफ ऊंचा है। कई एसएसपी जहां पर आए, लेकिन अपराध पर अंकुश लगाने में इतना कामयाब साबित नहीं हुए। लेकिन, जब से आईपीएस अभिमन्यु राणा ने अपना पदभार संभाला है, तब से कई नामवर बदमाशों तथा गैंगस्टरों को पुलिस ने ढेर किए है। ताजा मामला, गुरुवार से जुड़ा है। इस क्षेत्र में एक लूटपाट करने वाले बदमाश को पुलिस ने उसी के भाषा में जवाब देते हुए एनकाउंटर में जख्मी कर दिया। फिलहाल, जख्मी बदमाश अंग्रेज सिंह का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि, फरार गुरभेज के पीछे पुलिस की कई टीमें शुक्रवार को छापेमारी करती नजर आई। 

बताया जा रहा है कि पुलिस ने लगभग 2 दर्जन के करीब जगह पर छापेमारी की। जल्द गिरफ्तारी का पुलिस दावा भी कर रही है। बताया जा रहा है कि कथित अपराधियों के इस क्षेत्र से लेकर मालवा, दोआब तथा माझा में काफी खौफ था। पेट्रोल पंप उनके निशाने पर होते है। 1 दर्जन के करीब आपराधिक मामले दर्ज है। कुछ समय पहले जेल से जमानत पर बाहर आए थे। पता चला है कि दोनों ही नशे के आदी है। गैंग की संख्या आधा दर्जन के करीब है। इस बात की पुष्टि, जांच पड़ताल करने वाले एक पुलिस अधिकारी ने की। 

चूंकि, पंजाब में अपराध काफी संख्या में बढ़ा है। लेकिन, सीमांत क्षेत्र तरनतारन में इसकी संख्या में काफी इजाफा हुआ है। पुलिस विभाग ने इस क्षेत्र से अपराध पर अंकुश लगाने के लिए एक जांबाज पुलिस अधिकारी को बतौर एसएसपी भी लगाया है। उस जांबाज अधिकारी का नाम आईपीएस अभिमन्यु राणा बताया जाता है। अभिमन्यु प्रदेश के कई जगह अलग-अलग पद पर काम कर चुके है। यहां कहीं भी पुलिस विभाग ने उन्हें भेजा, वहां पर वह अपराध पर अंकुश लगाने में कामयाब साबित हुए। बताया जा रहा है कि तरनतारन में उन्हें बतौर एसएसपी लगाने के लिए डीजीपी पंजाब पुलिस तथा सीएम की खास सिफारिश थी। उनके मुताबिक, इस क्षेत्र में एक तरह से अपराध को लगाम लगाना अनिवार्य था। वह उनकी उम्मीदों पर इस समय काफी खरा उतरने में कामयाब दिखाई दे रहे है। ताजा उदाहरण, उनके द्वारा कुछ दिनों के भीतर बदमाशों तथा गैंगस्टरों को उनकी बिल में घुस कर एनकाउंटर करना इस बात का पक्का प्रमाण दे देता है। फिलहाल, उनकी जांबाजी के किस्से अब पंजाब डीजीपी कार्यालय में भी काफी सुनाई दे रहे है। 

गत दिवस लूटपाट करने वाले बदमाशों के साथ एनकाउंटर इस बात का परिचय देता है कि जांबाज अधिकारी आईपीएस अभिमन्यु ने तो प्रण कर लिया है कि वह इन्हें छोड़ेंगे नहीं, अगर सुधर जाते है तो ठीक है नहीं तो इनका असल घर जेल की सलाखों के पीछे होगा। अब बदमाशों को जवाब उन्हीं की भाषा में देना एक तरह से पुलिस ने उस रूपरेखा को तैयार कर लिया। इसलिए, सरेंडर कर  लो तो ठीक नहीं तो गोली का जवाब आगे से गोली के द्वारा ही दिया जाएगा। 

..इन बदमाशों की बोलती थी तूती

आपराधिक रिकॉर्ड से पता चला है कि पकड़े गए कथित अपराधी अंग्रेज सिंह तथा उसके अन्य फरार साथी गुरभेज सिंह की लूटपाट की वारदातों की वजह से क्षेत्र में पूरी तूती बोलती थी। माना जाता है कि इनके कारनामों से तो पुलिस भी डर चुकी थी। लेकिन, जांबाज आईपीएस अधिकारी ने अपने पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों को इस बात की हिम्मत दी की अपराधी को अपराधी की नजर से देखा जाए। किसी से घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर प्यार से मान जाए ठीक अन्यथा उसी की भाषा में उसे जवाब देना है। कथित अपराधियों के पकड़े जाने पर लोगों के साथ विभाग ने राहत की सांस ली। इससे पूर्व वह कार चालक की कार लेकर फरार हुए थे। 10 हजार भी छीन लिया गया। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया। 

…अब गैंगस्टरों की खैर नहीं

जांबाज अधिकारी ने इशारो ही इशारों में जवाब दे दिया है कि जितने भी गैंगस्टर घूम रहे है या फिर लोगों को परेशान कर रहे है, अब उनको जेल जाना लगभग तय है। एक-एक को ढूंढ कर सलाखों के पीछे डाला जाएगा। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। विभाग के सूत्रों से पता चला है कि कुछ गैंगस्टर रंगदारी मांगने का काम करते है, उनकी एक सूची तैयार कर ली गई है। उनके तथा खास संपर्क करने वालों के नंबर को ट्रेस किया जा रहा है। पुलिस कोशिश कर रही है कि इन सबका नेटवर्क को किसी न किसी तरीके से तोड़ा जाए, ताकि लोगों में जो भयं का माहौल पैदा हुआ है, उसे दूर किया जा सकें। 

…इसलिए भी पुलिस ने बदली अपनी रणनीति

आईपीएस अभिमन्यु राणा ने जब से पदभार संभाला है, तब से पुलिस द्वारा कुछ रणनीति को अलग तरीके से बनाया गया।  बताया जा रहा है कि इस रणनीति का पता सिर्फ तो सिर्फ टीम में काम करने वाले खास अधिकारियों को ही पता है जो कि इस रणनीति के तहत काम कर रहे है। थाना स्तर के दरोगा तथा अन्य पुलिस कर्मचारियों को जनता की हर बात को ध्यानपूर्वक से सुनने के लिए आदेश दिया गया। हर किसी पर विभाग की तरफ से पैनी नजर रखी जा रही है। अगर कोई गलती करता है तो उसपर कार्रवाई भी तेजी से हो रही है तथा अच्छा कार्य करने वालों को शाबाशी भी दी जा रही है। 

..हर मुश्किल को आसान करना इस अधिकारी के लिए आसान कार्य

अभिमन्यु राणा किसी पहचान के मोहताज नहीं है, क्योंकि, छोटी आयु के आईपीएस अधिकारी होने के साथ-साथ प्रतिभाशाली भी है। उनकी फितरत आरंभ से रही है कि हर कार्य कैसे पूर्ण रूप से करना है। अनुशासन उनके रोम में कूट-कूट कर भरा है। उनके खुद का मानना है कि वह हर समय विभाग तथा देश के लिए तत्पर रहते है। अपनी ड्यूटी को हमेशा से ही निष्ठा से निभाया है। अब जहां पर मेरी ड्यूटी है तो मेरी यही कोशिश रहेगी कि अपराध के ग्राफ को निचले स्तर पर लेकर आना है। जनता के बीच पुलिस का एक अच्छा संदेश देना उनका लक्ष्य रहेगा। 

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