अमित मरवाहा/अनिल सहदेव/नितिन धवन/तरनतारन/चंडीगढ़।
पंजाब के शहर गिद्दड़बाहा से खाकी के एक दरोगा के खिलाफ काफी संगीन आरोप लगे है। सैनिकों के खिलाफ अपशब्द इस्तेमाल करने के आरोप में पंजाब के सैनिक संगठनों ने इस बात का कड़ा संज्ञान लिया। सोशल मीडिया में एक वायरल होती वीडियो में सैनिक संगठन ने साफ तौर पर चेतावनी देते तथाकथित दरोगा के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान करते कहा कि या तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो अन्यथा पूरे पंजाब में धरना-प्रदर्शन लगा दिया जाएगा। फिलहाल, इस मामले को लेकर अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर में सैनिक संगठन से जुड़े होने का हवाला देते उक्त पदाधिकारी कहता है कि वह जिला तरनतारन का रहने वाला है। आरोप लगाए कि पिछले माह गिद्दड़बाहा के थाना प्रभारी एसएचओ ने उनके संगठन से जुड़े पूर्व सैनिक को थाना बुलाया तथा उसके साथ अपशब्द भाषा का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं, सैनिकों की संतान के बारे भी काफी गलत भाषा का इस्तेमाल किया। इस मामले को लेकर सरकार को लिखित पत्र भेजा गया कि उक्त दरोगा को तत्काल पद से निलंबित किया जाए। मामले के प्रति शिकायत किए एक माह बीत चुका है, लेकिन कार्रवाई कोई नहीं दरोगा के खिलाफ हुई। इससे साफ साबित हो जाता है कि जानबूझकर उस दरोगा को बचाया जा रहा है।
मैं बताना चाहता हूं कि पुलिस के 80 हजार कर्मचारियों के मुकाबले 10 लाख भारतीय सैनिक देश की सुरक्षा के लिए सरहद पर डटे है। इतिहास गवाह है कि सैनिक देश की रक्षा के वक्त अपनी कुर्बानी देने से कभी नहीं पीछे हटा है। लेकिन इस दरोगा ने जिस प्रकार से देश के सैनिक तथा उनकी संतान के प्रति भाषा का इस्तेमाल किया। उसे लेकर वह बिल्कुल भी माफ करने योग्य नहीं है। ऐलान करते कहा कि 21 मार्च को प्रांत भर से सैनिक संगठन गिद्दड़बाहा के जिलाधीश कार्यालय का घेराव करने जा रहे है। इतना ही नहीं, गेट पर ताले झड़ने की भी चेतावनी दी गई।