मामला—सरकारी बस के चालक पर सड़क दुर्घटना के लगे थे आरोप, जांच अधिकारी एएसआई ने आपसी समझौता की दुहाई देकर मीडिया से बचाई जान
अमित मरवाहा.तरनतारन।
पंजाब के जिला तरनतारन के एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क की पुलिस पर कपूरथला डिपो की पंजाब रोडवेज ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) बस से सामान तथा डीजल चुराने के आरोप लगे है। यह आरोप बस चालक ने थाना गोइंदवाल के समक्ष लाइव होकर लगाए। उन्होंने पंजाब के परिवहन मंत्री राजा वडिंग से इंसाफ की गुहार लगाते कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल होनी चाहिए।
बताया जा रहा है कि पीआरटीसी बस पर सड़क दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए बस को पुलिस द्वारा बंद कर दिया था। फिलहाल, इस केस के जांच अधिकारी एएसआई बलराज सिंह आपसी समझौते की दुहाई देकर मीडिया से बचते दिखाई दिए। यह लाइव वीडियो सोशल मीडिया में इतनी तेजी से वायरल हुआ की कि पुलिस को अंत में समझौता कर अपनी जान छुड़ानी पड़ी।जबकि , तरनतारन की पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे है कि सरकारी बस से कैसे डीजल तथा सामान को चुरा लिया गया तथा बाद में इसे कहा बेच दिया गया।
फिलहाल, यह एक प्रकार से जांच का विषय है, जिसका जवाब गहनता के साथ पड़ताल पूरी होने के बाद मिल सकता है। फिलहाल सारा दिन तरनतारन की पुलिस की काफी किरकिरी हुई तथा उसके पास मीडिया के समक्ष जवाब देने के लिए कोई उत्तर नहीं था।
बताया जा रहा है कि कपूरथला डिपो की पीआरटीसी बस जा रही थी कि अचानक रास्ते में किसी के साथ टक्कर हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस पार्टी वहां पर पहुंची। बिना किसी जांच पड़ताल के पुलिस ने बस को अपने कब्जे में लेकर थाना गोइंदवाल के बाहर लगा दी। हालांकि, बस चालक ने अपने अधिकारियों के साथ पुलिस के साथ बातचीत कराई तथा उन्हें गुहार लगाई गई की कि बस को छोड़ दिया जाए।
जबकि , पुलिस ने उनकी हर बात को नजरअंदाज कियादो घंटा उपरांत बस चालक थाना पहुंचा तो बस थाना के विपरीत जगह पर खड़ी थी। उन्होंने बस को देखा तो खिड़की खुली थी। भीतर जाकर देखा बस का काफी सामान वहां से गायब था। बाहर , डीजल की टंकी खुली थी। भीतर डीजल चेक किया तो उसमें डेढ़ सौ लीटर डीजल ही गायब था। पुलिस से पूछा तो उनके पास , इसका कोई जवाब नहीं था।
आखिरकार बस चालक को थाना के बाहर लाइव होकर पुलिस थाना की काली करतूत को जगजाहिर करना पड़ा। परिवहन मंत्री से इस मामले को लेकर जांच के लिए मांग की गई। फिलहाल पुलिस अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर रही है तथा आपस में समझौता होने की बात की दुहाई दे रही है।