वरिष्ठ पत्रकार अमित मरवाहा. तरनतारन।
पंजाब के तरनतारन शहर में एक चर्च में तोड़फोड़ किए जाने का मामला सामने आया है। मंगलवार रात 12.30 बजे चार आरोपी चर्च में दाखिल हुए। सीसीटीवी में दो आरोपी दिखाई दिए, जिन्होंने चर्च के बाहर लगी भगवान यीशु और मां मरियम की मूर्ति का सिर तोड़ दिया। पादरी की कार में भी आग लगा दी। इलाके में तनाव है। तीन दिन पहले जंडियाला के पास गांव में ईसाइयों व निहंगों के बीच झड़प हुई थी।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
जिन 4 लोगों ने चर्च में दाखिल होकर वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने पहले गार्ड के सिर पर पिस्तौल रख उसकी बाजू को बांध दिया। चर्च में बनी पहली मंजिल पर माता मरियम और भगवान यीशु की मूर्ति को तोड़ डाला। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। आरोपियों ने मूर्ति का सिर अलग किया और उसे उठा कर साथ ले गए। जाते समय आरोपी चर्च के अंदर खड़ी कार को भी आग लगा गए।
ईसाइयों ने विरोध में सड़क जाम की
ईसाई धर्म के लोगों ने बुधवार सुबह पट्टी-खेमकरण राज्य मार्ग को बंद कर दिया है। धरने पर बैठे ईसाई इंसाफ और आरोपियों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची है और लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
ईसाइयों के कार्यक्रम में निहंगों ने की थी तोड़फोड़
रविवार को जंडियाला गुरु के गांव डडुआना में चल रहे ईसाई कार्यक्रम को निहंग सिखों ने रुकवा दिया था। निहंगों ने वहां तोड़फोड़ भी की थी। पुलिस ने इस घटना के बाद 150 निहंग सिखों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जत्थेदार ने मामला दर्ज करने का किया था विरोध
दूसरी तरफ मंगलवार को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी बयान जारी करके पंजाब सरकार को निहंगों के खिलाफ मामला दर्ज करने का विरोध किया था। उनका कहना था कि ईसाई पादरी पाखंड करके हिंदू व सिखों को बहका रहे हैं और धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। कई बार निहंगों ने इसकी शिकायत की, लेकिन सरकार ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद विवाद और भड़क गया था।