वरिष्ठ पत्रकार अमित मरवाहा.तरनतारन।
सीमा सुरक्षा बल अपनी जांबाजी, मोहब्बत का पैगाम एवं इंसानियत की नेक मिसाल के रूप में वैश्विक तौर पर एक अलग पहचान बना चुकी हैं। ताजा उदाहरण पंजाब के जिला तरनतारन में स्थित भारत-पाक सीमा के साथ जुड़ा हैं। एक 3 वर्षीय पाकिस्तान मासूम भटक कर भारतीय सीमा में घुस आया था। उसे पाक रेंजर्स को लौटा दिया गया। वापस शुक्रवार की देर रात को किया गया। इस बात की पुष्टि, सीमा सुरक्षा बल के एक सीनियर प्रवक्ता ने की।
शीर्ष प्रवक्ता सीमा सुरक्षा बल ने बताया कि विगत दिवस जिला तरनतारन के भारत-पाक सीमा पर सीमा सुरक्षा बल की टुकड़ी ड्यूटी दे रही थी। अचानक भारतीय क्षेत्र की कंटीली तारों के पास एक आहट सुनाई दी। टीम सतर्क हो गई। वहां पर जाकर देखा तो एक मासूम बच्चा था। बच्चे को पकड़ लिया गया। उससे पूछताछ आरंभ हुई। काफी सहमा हुआ था। अपनी पहचान बताने में असमर्थ दिखाई दिया। सिर्फ, उसने अपनी आयु 3 वर्ष बताई। इसके अलावा, उसे कुछ खास नहीं पता था।
इस बात की जानकारी सीमा सुरक्षा बल की टीम ने अपने उच्च अधिकारियों को दी। उन्होंने फोन पर पाक रेंजर्स के साथ बच्चे के बारे जानकारी दी। दस्तावेज प्रणाली पूरी होने के उपरांत बच्चे को देर रात पाकिस्तान रेंजर्स के हवाले कर दिया गया। बच्चा काफी खुश था। उसके अब्बू लेने के लिए सरहद पर पहुंचे थे।
चॉकलेट तथा खूब प्यार मिला
मासूम की जुबानी थी कि उसे सीमा सुरक्षा बल की टीम ने खूब प्यार किया। उसे चॉकलेट दी गई। बढ़िया व्यंजन के साथ खाना परोसा गया। मुझे किसी बात का अहसास नहीं होने दिया कि वह किसी पराई जगह पर हैं। कोई घबराहट नहीं हुई। अंतिम क्षण बच्चे ने सीमा सुरक्षा बल को हाथ हिलाकर टाटा बोला, कहा, भारतीय बहुत अच्छे हैं, खासकर बीएसएफ वाले अंकल।