अमित मरवाहा.भिखीविंड.तरनतारन।
यहां पर एक रूह कंपा देने का मामला सामने आया। दलित युवक की 50 रुपए को लेकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी। मामला जिला तरनतारन के भिखीविंड के अधीन गांव कलसियां का है। हत्या करने वाले कुलदीप सिंह सहित 3 के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि मृतक गुरसाहिब सिंह (20) के सिर-चेहरे पर ईंट से बुरी तरह हमला किया, जिस कारण रक्त का अधिक बहाव होने से दम तोड़ दिया। हमला रात 8 बजे किया गया। मौत शनिवार-रविवार की मध्यकालीन रात्रि 2 बजे हुई। इस बात की पुष्टि डीएसपी भिखीविंड तरसेम मसीह ने की। फिलहाल, अपराधी फरार बताए जा रहे है। पुलिस गिरफ्तारी के लिए रेड निरंतर कर रही है।
पुलिस को दिए बयान में मृतक की मां ने बताया कि वह दलित समाज से संबंधित है। काफी गरीब है, तथा बेटा गुरसाहिब सिंह मेहनत मजदूरी करता था। उसी के साथ कुलदीप सिंह (कथित अपराधी) भी काम करता है। कल मजदूरी के पैसे बेटे को कम मिले तो जबकि उसके अन्य सहयोगी (कुलदीप सिंह) को ज्यादा पैसे मिल गए। बेटे ने उससे अपने 50 रुपए पैसे मांगे तो बहस करने लग पड़ा। बेटा घर वापस लौट आया।
शनिवार रात करीब आठ बजे कथित अपराधी कुलदीप सिंह अपने साथ अन्य साथियों सहित उनके घर धावा बोला। ईंटे बरसानी शुरू कर दी। भीतर घुस कुछ ने बेटे को पकड़ा तथा कुलदीप ने उसके बेटे के सिर पर ईंट से वार करने शुरू कर दिए। हद तब पार हुई, जब बेटे के मुंह पर भी इंटे बेरहमी से मारी गई। जब तक बेटा बेहोश नहीं हुआ, तब तक ताबड़तोड़ हमला जारी रखा। शोर-मचाया गांव वाले इकट्ठा हो गए। हमलावर वहां से भाग गए। पास में स्थित एक अस्पताल लेकर गए। देर रात दम तोड़ दिया।
मामला दर्ज, छापेमारी जारी
डीएसपी भिखीविंड तरसेम मसीह ने बताया कि कथित अपराधी कुलदीप सहित कुल तीन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया। फिलहाल कथित अपराधी फरार है। गिरफ्तारी के लिए उनकी पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। दावा किया कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
स्पेशल पैनल शव का करेगा पोस्टमार्टम
सिविल अस्पताल के सीनियर चिकित्सक अधिकारी ने बताया कि शव मोर्चरी में पुलिस की मदद से रखवा दिया गया। शव का पोस्टमार्टम के लिए एक स्पेशल डॉक्टरों का पैनल करेगा। रविवार छुट्टी होने की वजह से सोमवार को पोस्टमार्टम की संभावना है।
दलित समाज ने किया विरोध
मामला दलित समाज से जुड़ा है। ऐसे में जिला तरनतारन की दलित समाज से जुड़ी संस्थाओं ने इस हत्या को लेकर पुलिस प्रशासन से आगाह किया कि मामले में लिप्त अपराधियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाना चाहिए। पीड़ित परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए। किसी प्रकार से धक्का दलित समाज नहीं सहन करेगा।