कंप्यूटर खराब, प्रिंसिपल पर भी भरोसा नहीं
वरिष्ठ पत्रकार अमित मरवाहा.तरनतारन।

पंजाब की शिक्षा प्रणाली फिर से विवादों में आ गई। ताजा मामला , पंजाब के जिला तरनतारन से जुड़ा हैं। वहां का सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल (लड़के) तरनतारन अब छात्रों के भविष्य को लेकर फिर सुर्खियों में आ गया है। स्कूल स्टाफ की लापरवाही और कंप्यूटर की गलती के कारण जहां पर दसवीं कक्षा के छात्रों के पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी सर्टिफिकेट में भारी गलतियां पाई जा रही है। वहीं पर स्कूल स्टाफ की लापरवाही का खामियाजा स्कूल के छात्रों और अभिभावकों को भुगतना पड़ रहा है। इतना ही नहीं इस स्कूल के प्रिंसिपल, स्टाफ एवं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों के बीच तालमेल की भारी कमी होने के चलते दसवीं कक्षा के छात्रों को अपने अंक सर्टिफिकेट ठीक करवाने में देरी के साथ-साथ समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए शहरी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूनम मरवाहा ने बताया कि उनका बेटा जतिन मरवाहा सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल तरनतारन में प्लस वन कक्षा का छात्र है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा जो दसवीं का प्रमाण पत्र जतिन को जारी किया गया है। इसमें ढेरों गलतियां है। इस गलतियों के बारे में जब उन्होंने स्कूल से संपर्क किया तो स्कूल की शिक्षिका ने बताया कि स्कूल में कंप्यूटर की बोर्ड खराब होने की वजह से यह गलतियां हुई है। उन्होंने प्रमाण पत्र सही करवाने के लिए दस्तावेजों की मांग की।
पूनम मरवाहा ने बताया कि स्कूल द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेजों को तहसील कार्यालय से सत्यापित करवाकर स्कूल में फिर से जमा करवाया गया। लेकिन स्कूल प्रिंसिपल द्वारा सत्यापित किए जाने के बावजूद भी जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी प्रमाण पत्र ठीक करवाने की फाइल अभी तक ठीक नहीं हो पा रही है।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी तहसील कार्यालय से सत्यापित एवं स्कूल प्रिंसिपल द्वारा सत्यापित दस्तावेजों को भी ना मानते हुए उन्हें बार-बार चक्कर लगवा रहे हैं। जबकि स्कूल स्टाफ द्वारा की गई गलती का खामियाजा उन्हें प्रति गलती 800 रुपए बोर्ड को फीस जमा करवा कर उन्हें भुगतना पड़ेगा।उन्होंने तरनतारन की डिप्टी कमिश्नर से मांग की कि इस मामले की जांच करवाई जाए और जो भी कर्मचारी जानबूझकर अभिभावकों को परेशान कर रहा है उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

मामले की करेंगे जांच – शिक्षा अधिकारी
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी सतनाम सिंह बाठ ने कहा कि वह इस मामले की जांच करवाएंगे। स्कूल में दसवीं कक्षा के छात्रों के प्रमाण पत्र में क्यों गलतियां आ रही है, इसकी भी जांच की जाएगी। जो कर्मचारी जानबूझकर अभिभावकों को परेशान कर रहे है। उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।