वरिष्ठ पत्रकार अमित मरवाहा.तरनतारन।
कई बार शौक इतना महंगा पड़ जाता है शायद उसकी कोई कल्पना ही नहीं की होती है। ऐसा ही मामला, पंजाब के जिला तरनतारन के सीमांत क्षेत्र खेमकरण के अधीन थाना भिखीविंड से सामने आया है। पता चला है कि पुलिस ने एक आईपीएस का दावा करने वाली महिला को पकड़ा है। जांच पड़ताल में सामने आया है कि वह 2 बार आईपीएस का पेपर दे चुकी है, लेकिन, उसे एक बार भी क्लीयर नहीं कर पाई। लेकिन, वर्दी के शौक ने उसे अब जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया। पकड़े जाने पर उसे पछतावा भी है, कि उसने जो भी किया एकदम गलत था। पता चला है कि महिला के पिता देश की सेना में काम कर चुके है। इस बात की पुष्टि, विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने की। उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि जांच में कुछ बड़ा खुलासा भी किया जा सकता है।
प्रारंभिक जांच में यह बात भी सामने आई कि वह गांव पलासौर की रहने वाली है। मानसिक संतुलन को लेकर भी पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस के शीर्ष अधिकारी का मानना है कि उसके हर पहलू पर काफी बारीकी से जांच की जा रही है। पता किया जा रहा है कि इन पहलू के अलावा उसका क्या मकसद हो सकता था, क्या जरूरत आ पड़ी कि उसे कानून के खिलाफ जाकर फर्जी आईपीएस की वर्दी को डालना पड़ा।
जांच अधिकारी का था यह बयान
इस केस की जांच पड़ताल करने वाले थाना भिखीविंड के थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि लोगों को ठगने के लिए एक महिला खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए प्रशासन को गुमराह कर रही है। सूचना के आधार पर पट्टी रोड पर नाकाबंदी करवाई। वहां पर उसे काबू कर लिया गया। पंजाब पुलिस की खाकी वर्दी तथा अपने कंधों पर आईपीएस का बैच लगा रखा था। तलाशी के दौरान एजुकेशन से संबंधित सर्टिफिकेट के अलावा आधार कार्ड बरामद किया गया है। फिलहाल, उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
जांच के पास बहुत करीब, होगा बड़ा खुलासा
एसपी इन्वेस्टिगेशन अजय राज सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि वह 2 बार आईपीएस का पेपर दे चुकी है। दोनों बार नहीं क्लियर हुआ। पिता सेना में रह चुके है। हर पहलू की जांच हर तरीके से की जा रही है। आज किसानों के धरने की वजह से काफी व्यस्त रहे है। कल हर प्रमाण के साथ बड़ा खुलासा होगा।