वरिष्ठ पत्रकार.अमित मरवाहा.जालंधर/ तरनतारन।
यहां पर पुलिस गैंगस्टरों के बीच लंबे समय तक चली मुठभेड़ दौरान 3 गैंगस्टरों को पुलिस ने ढेर करने का सफल दावा किया। बताया जा रहा है कि तीनों गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया गैंग से जुड़े है। प्राथमिक जांच में उनका लिंक लांडा आतंकी से भी जुड़ कर सामने आ रहा है। फिलहाल, पहचान को कथित अपराधियों के बारे पुलिस ने पुष्टि नहीं की। उनका कहना है कि सभी अपराधी पीछे से जिला तरनतारन के एक गांव के रहने वाले है। कल जिला तरनतारन हुई मुठभेड़ में इनका कहीं न कहीं लिंक जुड़ा हुआ है। फिलहाल, पुलिस ने विस्तार से जांच को आरंभ कर दिया है।पुलिस ने यह जानकारी अपने सोशल अकाउंट पर शेयर कर दी है। पता चला है कि लगभग 2 दर्जन राउंड फायरिंग हुई। कथित अपराधी घायल हो चुके है। उन्हें उपचार के लिए जालंधर के एक अस्पताल में भर्ती किया गया। इनके कब्जे से पुलिस ने 6 पिस्टल, कारतूस बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपी फिरौती, वेपन तस्करी और ड्रग तस्करी में शामिल हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के निर्देशों पर पुलिस टीम ने जग्गू भगवानपुरिया गैंग के सदस्यों को काबू किया। पुलिस द्वारा आरोपी की निशानदेही पर वेपन बरामदगी के लिए एक स्थान पर पहुंची तो इसी बीच गैंगस्टरों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस बीच पुलिस ने भी उनके खिलाफ कड़ा जवाब देते हुए, तीनों को ढेर कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी मुताबिक, सभी कथित अपराधी काफी खतरनाक है। इन पर पूर्व में कई आपराधिक मामले दर्ज है। वह लंबे समय से वांछित चल रहे थे। जग्गू गैंग तथा आतंकी लांडा के बीच लिंक जुड़े होने के कुछ प्रमाण हासिल हुए है। उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। हथियार सभी अवैध थे। पता चला है कि इसे मध्य प्रदेश से खरीदा गया। गैंग के कुछ अन्य सदस्यों के बारे जानकारी हासिल हुई है, उन्हें भी जल्द पकड़ लेने का पुलिस दावा कर रही है। फिलहाल, मुठभेड़ वाले स्थान को सील कर दिया गया। फॉरेंसिक टीम ने वहां से कुछ सैंपल जुटाए है, जिसे जांच के लिए प्रयोग में भेज दिया गया। उधर, पंजाब पुलिस के निदेशक डा. गौरव यादव ने पुलिस आयुक्त तथा उनकी टीम की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई।
..आतंकी लिंक की भी की जा रही जांच
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस प्रकार से हथियार तथा कुछ अन्य प्रमाण इस बात की और संकेत दे रहे है कि पकड़े गए कथित अपराधियों का कहीं न कहीं आतंकी लिंक भी है। फिलहाल, जांच के बिना इस बात को पक्का नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि, उनकी जांच में कई पहलू पर आरंभ कर दी गई। जब्त किए हथियार अधिकतर आतंकी इस्तेमाल करते है। ऐसे में सवाल इस बात का उठना भी लाजमी है कि इनके पास ये कहां से आए। मध्य प्रदेश से हथियार की बात को कबूलना पुलिस को हजम नहीं हो रही है, इसलिए अब कथित अपराधियों से पूछताछ का तरीका अलग अपनाने की एक योजना को तैयार कर लिया है। फिलहाल, गोली लगने की वजह से चिकित्सकों द्वारा उनकी हालत को गंभीर बताया जा रहा है। स्थिर होने पर पुलिस उन्हें अपनी हिरासत में ले सकती है।