वरिष्ठ पत्रकार.तरनतारन।
यहां पर नशे की ओवरडोज की वजह से फिर एक युवक की जान चली गई। मामला, भारत-पाकिस्तान सीमांत क्षेत्र के जिला तरनतारन से जुड़ा है। मरने वाले युवक की पहचान तरसेम सिंह के तौर पर हुई। शव के पास से टीका तथा सिरिंज बरामद हुई। उससे साफ पता चलता है कि युवक नशे का आदी था तथा ओवरडोज की वजह से मौत हुई। पुलिस ने शव को शवगृह में रखवा दिया। पता लगाया जा रहा है कि नशा युवक कहां से लेकर आया था, ताकि, उसे हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई की जा सकें। परिवार काफी गरीब बताया जा रहा है। परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस प्रशासन तथा सरकार से नशा बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की गुहार लगाई।
भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र पर स्थित जिला तरनतारन नशे की वजह से अपनी पहचान को धूमिल करता जा रहा है। किसी समय इस क्षेत्र को धार्मिक, ऐतिहासिक, वीर-योद्धाओं के नाम से जाना जाता रहा है। कुछ समय से इस क्षेत्र में नशे की वजह से आए दिन युवक अपनी जान गंवा रहा है। सरकार से लेकर प्रशासन नशे को जड़ से समाप्त करने के लाख दावे करते है, लेकिन, सच्चाई यह है कि इसमें कोई सुधार अब तक नहीं हुआ। बल्कि, एक रिपोर्ट के मुताबिक, नशे का सेवन करने वाले युवकों की संख्या आगे से काफी गुणा बढ़ चुकी है। पुलिस के हाथ लगभग खाली है। छोटे-मोटे तस्कर सलाखों के पीछे डालने से कोई फायदा नहीं है, क्योंकि, सरगना का धंधा आगे से कई गुणा बढ़ा है तथा वे लोग स्वतंत्र होकर खुली हवा में घूम रहे है।
तरसेम कोई नशे में अपनी जान गंवाने वाला कोई अकेला युवक नहीं था। ताजा हालात, इस बात के गवाह के प्रतिदिन कोई न कोई युवक इस क्षेत्र से नशे की वजह से अपनी जान को गंवा रहा है। वर्तमान में भी नशा खुलेआम बिकता है। ताजा रिपोर्ट बयां करती है कि पुलिस वहां रेड करने से भी डरती है। क्योंकि, वहां के लोग इकट्ठा होकर उन्हें पकड़ लेते है तथा पुलिस के साथ मारपीट करते है।