TARN-TARAN..फिर से लगा खाकी पर दाग….13 पुलिस कर्मचारी निकले एक नंबर के नशेड़ी, अब होगी बड़ी कार्रवाई

वरिष्ठ पत्रकार अमित मरवाहा.तरनतारन (चंडीगढ़)। 

फिर से खाकी पर दाग लगा है। दाग किसी रिश्वत या अपराधियों का साथे देने का नहीं, बल्कि, नशेड़ी होने का लगा है। यह दाग पंजाब की जिला तरनतारन पुलिस पर लगा है। बताया जा रहा है कि चिकित्सा रिपोर्ट में 13 पुलिस कर्मचारी नशेड़ी पाए गए। अधिकतर वे लोग प्रतिबंधित नशे का इस्तेमाल करते है। इस बात की पुष्टि, पुलिस प्रमुख आईपीएस अभिमन्यु राणा ने की। उन्होंने बताया कि कुल 27 पुलिस कर्मचारी का टेस्ट हुआ था। जिन-जिन की रिपोर्ट संक्रमित पाई गई है। उनके खिलाफ कानूनी तथा विभागीय कार्रवाई की जा रही है। किसी को हर हाल में नहीं छोड़ा जाएगा। 

ऐसे पता चला


एसएसपी अभिमन्यु राणा को पता चला कि पुलिस की खाकी पर नशे का कलंक लग रहा है। एसएसपी द्वारा 27 पुलिसकर्मियों की सूची तैयार की गई। सूची में शामिल कर्मियों में अधिक तौर पर असिस्टेंट सहायक इंस्पेक्टर (एएसआई) रैंक शामिल थे। सिविल अस्पताल तरनतारन के डॉ. सुरिंदर सिंह, लैब टेक्नीशियन केवल सिंह, बीटीओ अंग्रेज सिंह सोहल पर आधारित टीम द्वारा उक्त कर्मियों के पेशाब के सैंपल लिए गए। शाम को रिपोर्ट आई तो पुलिस अधिकारियों के पांवों से जमीन खिसक गई, क्योंकि इनमें से 13 पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। अब इन पुलिसकर्मियों का सरकारी तौर पर इलाज करवाने की कवायद शुरू हो गई है।


ये वो है क्षेत्र है जहां पर नशे की बोलती है पूरी तूती


भारत-पाकिस्तान सीमा के साथ लगने वाले जिला तरनतारन में नशे का काफी बोलबाला है। 4 वर्ष के दौरान इस जिले में नशे के कारण 50   घरों के चिराग बुझ चुके हैं। बॉर्डर बेल्ट से संबंधित कस्बा खेमकरण, खालड़ा, भिखीविंड, सराय अमानत खां, नौशहरा ढाला में नामी तस्करों का बोलबाला है। सीमा के पार से ड्रोन के माध्यम से आए दिन हेरोइन की खेप पंजाब पहुंच रही है। उधर, डीआईजी फिरोजपुर रेंज रंजीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि नशे पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस पूरी तरह सक्षम है।

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