वरिष्ठ पत्रकार.राष्ट्रीय डेस्क।
हिंसा के दौरान 3 लोगों की जान चली गई। प्राथमिक जांच में सामने आया कि हत्या के पीछे एक आतंकी ग्रुप का हाथ है। मामला, मणिपुर के जिरीबाम जिला से जुड़ा है। घायलों की संख्या 1 दर्जन के करीब बताई जा रही है। इस हमले में सेना छावनी को भी निशाना बनाया जाने की बात सामने आ रही है। उनके हथियारों को लूट लेने की बात सामने आई। फिलहाल, आधिकारिक तौर पर अब तक कोई पुष्टि नहीं हो पाई। क्षेत्र में डर तथा तनाव का माहौल बताया जा रहा है। पुलिस तथा सेना भारी संख्या में पहुंच चुकी है। शवों को उठाकर सरकारी अस्पताल शवगृह में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया गया। घटनाक्रम शनिवार सुबह का है।
पिछले साल 3 मई से कुकी और मैतेई के बीच जातीय संघर्ष से घिरे राज्य में संघर्ष और बढ़ गया है, उग्रवादियों ने ड्रोन और रॉकेट जैसी नई तकनीकों का इस्तेमाल किया है और हिंसा की एक नई परत जोड़ दी है, जबकि राइफल और ग्रेनेड का इस्तेमाल बेरोकटोक जारी है। उधर, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दागे गए रॉकेट कम से कम 4 फीट लंबे थे। अधिकारी ने कहा, “ऐसा लगता है कि विस्फोटकों को गैल्वेनाइज्ड आयरन (जीआई) पाइप में भरा गया था। विस्फोटकों वाले जीआई पाइप को फिर एक देशी रॉकेट लॉन्चर में फिट किया गया और एक साथ फायर किया गया।”