वरिष्ठ पत्रकार. नई दिल्ली।
पराली की आग की वजह से पंजाब, हरियाणा, उत्र-प्रदेश तथा राजधानी दिल्ली का दम घूट रहा हैं। ताजा रिपोर्ट ने केंद्र सरकार की चिंता को बढ़ा दिया हैं। इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश की सरकारों के साथ एक आपातकालीन बैठक बुलाने का आग्रह किया। संगठन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 27 अक्तूबर से 3 नवंबर के बीच 200 अंकों से अधिक बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप शुक्रवार को यह गंभीर प्लस श्रेणी (450 से ऊपर) में पहुंच गया। हालांकि, हर दिन शाम 4 बजे दर्ज किया जाने वाला 24 घंटे का औसत एक्यूआई शुक्रवार के 468 से मामूली सुधार के साथ शनिवार को 415 हो गया।
इसी प्रकार पंजाब तथा उसके पड़ोसी राज्यों के हालात भी ऐसे हैं। रहने वाले नागरिकों का जीना काफी मुश्किल हो चुका हैं। लोगों का दम घुट रहा हैं। किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। जागरुक संदेश देने के बावजूद कोई फर्क नहीं पड़ रहा हैं। जानकारों के मुताबिक, अगर परिस्थितियां ऐसे ही रही तो वर्तमान में दम घुटने की वजह से मृत्यु दर बढ़ सकती हैं।