वरिष्ठ पत्रकार.बठिंडा।
बीते दिन हेरोइन सहित पकड़ी गई बठिंडा की महिला सिपाही अमनदीप कौर के मामले में कई अहम खुलासे हुए। जांच पड़ताल में सामने आया कि उसकी राजनीति से लेकर पुलिस के शीर्ष अधिकारियों तक अच्छी पकड़ थी। जिस वजह से वह गुनाह के रास्ते को बड़ी सफाई पर चलती रही। एक पहलू यह भी सामने आ रहा है कि पुलिस ने महिला सिपाही को एक जाल बिछाकर पकड़ा है। गिरफ्तार करने वाली टीम एक विभाग के अलग अधिकारियों द्वारा गठित की गई थी। इस पर योजना कई दिन पहले ही बन गई थी। एक विशेष खाका तैयार कर उसे गिरफ्तार किया गया।चंडीगढ़ मुख्यालय को टीम महिला सिपाही की हर गतिविधि की रिपोर्ट दे रही थी। इस बात का खुलासा टीम से जुड़े एक शीर्ष अधिकारी ने नाम नहीं प्रकाशित करने की सूरत में किया।
उधर, महिला सिपाही ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया। उसने मीडिया के समक्ष साफ कहा कि उसे साजिश के तहत झूठे केस में फंसाया गया। महिला का एक विवाहित मित्र को भी पुलिस ने पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि सोनू नामक महिला सिपाही के मित्र की पत्नी ने ही सारे केस को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों को शिकायत की थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए महिला सिपाही की थार कार से हेरोइन को बरामद किया था। चर्चा, इस बात की भी चल रही है कि महिला को इस केस से बचाने के लिए कई राजनीति तथा विभाग से जुड़े बड़े लोगों ने फोन कर मामला रफा दफा करने का प्रयास किया। लेकिन, कार्रवाई करने वाली टीम ने बिना किसी दबाव के अपना कार्य किया।
..अक्सर सोशल मीडिया में रील बनाती थी
बताया जाता है कि महिला सिपाही का काम की तरफ इतना ध्यान नहीं था। वह सिर्फ अक्सर सोशल मीडिया में रील अपलोड करने में व्यस्त रहती थी। इतना ही नहीं, ट्रांसफर को रुकवाने में भी विभाग में अच्छा जुगाड़ लगा लेती थी। फिलहाल, जांच टीम ने महिला सिपाही के साथ जुड़े बड़े लोगों को इस केस की जांच में अभी तक जोड़ने के बारे कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की। विश्वसनीय सूत्र बतातें है कि इस केस से जुड़े किसी भी बड़े लोगों को नहीं बख्शने का पुलिस टीम मूड बना चुकी है, क्योंकि, सीएमओ कार्यालय से इस केस से जुड़ी हर कड़ी को देखा जा रहा है। उन्हें पुलिस टीम हर प्रकार की रिपोर्ट भेज रही है।