पहले बाजू मरोड़ देते है फिर बाद में छोड़ देते है…पहले ताल पर ता-ता…थैया ना…फिर ऊपर से कहते नाच मेरी बुलबुल पैसा मिलेगा
जनसभा में लगे नारे पंजाब का सीएम कैसा हो….सिद्धू जैसा हो
एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर हाईकमान की विश्वसनीयता उठने लगी है। इस बात का संकेत यहीं से मिल जाता है कि स्टार प्रचार कंपेन समिति से उनकी बजाय निवर्तमान सीएम चरणजीत को तरजीह देते हुए सूची में रखा गया, जबकि सिद्धू को आउट कर दिया गया। बड़बोले सिद्धू भी चुप नहीं बैठने वाले, उन्होंने भी वीरवार अमृतसर में वर्करों के साथ बातचीत दौरान कांग्रेस पर सीधे तौर पर अटैक करते है कि उनकी चाहत (कांग्रेस हाईकमान) की रही कि पंजाब प्रदेश को कमजोर सीएम दिया जाए। पहले बाजू मरोड़ देते है फिर बाद में छोड़ देते है। पहले ताल पर ता-ता…थैया ना, फिर ऊपर से कहते है कि नाच मेरी बुलबुल पैसा मिलेगा। जनसभा में सिद्धू के समर्थन में सीएम चेहरा कैसा होगा सिद्धू जैसा होगा के नारे लगाए।
सिद्धू की बौखलाहट, इस बात की ओर इशारा करती है सिद्धू को एहसास हो चुका है कि अब उनकी सीएम चेहरा की चाहत को हाईकमान पूरा नहीं होने देगी। क्योंकि, पार्टी का संदेश तथा नारा निर्वतमान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ है। हाईकमान को पता लग चुका है कि उन्हें चन्नी को ही सीएम चेहरा घोषित कर पंजाब में दोबारा सत्ता हासिल करनी है। वैसे भी सिद्धू के खिलाफ पार्टी के कई निवर्तमान विधायक तथा मंत्री चल रहे है। इसलिए सिद्धू का सीएम चेहरा के रूप में किसी की दिलचस्पी नहीं है।
बता दे कि सिद्धू ने पहली बार हाईकमान के खिलाफ प्रहार नहीं किया। इससे पूर्व भी वह कई बार हाईकमान के खिलाफ मोर्चा खोल चुके है। इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ हुई खींचतान दौरान भी हाईकमान के खिलाफ हमला बोला था। तब हाईकमान ने सिद्धू की कांग्रेस संगठन तथा सरकार में मंत्रियों तथा विधायकों की मजबूती को देखते हुए उनकी हर बात को मान लिया था। मगर, इस बार सिद्धू की जिस प्रकार से हरकत , उससे नहीं लगता है कि वे सिद्धू की हर बात को मानने वाले है।
बताया जा रहा है कि 6 फरवरी को पूर्व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी लुधियाना पहुंच रहे है। उम्मीद जताई जा रही है, उस दौरान पंजाब सीएम चेहरा घोषित करने जा रहे है। आसार इस बात के पक्के है कि इस बार पंजाब सीएम के चेहरा के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी को ही घोषित किया जा सकता है। पंजाब में कुल 32 फीसद दलित मतदाता है, इसलिए पार्टी इस वर्ग के मतदाता को खुश करने के लिए सीएम चेहरा चन्नी को ही घोषित करना चाहती है।