BATALA–8 साल तक जिंदगी की जंग लड़ी ‘Lieutenant Colonel Karanbir, ने…….आखिर में तोड़ा दम, साथी की जान बचाते-बचाते खुद खाई थी गोली

नितिन धवन.बटाला (गुरदासपुर)। 

8 साल पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल रणबीर सिंह ने अपने साथी की जान बचाते समय खुद गोली खाई। सोमवार को जिंदगी से जंग लड़ते हुए उन्होंने सेना अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस बात की पुष्टि, बलिदानी के परिवार ने की। पत्नी के अलावा दो बेटियां हैं। पिता खुद भी सेना में थे। परिवार बटाला का रहने वाला हैं। शहीद को पूर्व में सेना की तरफ से उनकी बहादुरी की वजह से मेडल भी मिल चुके हैं। परिवार को शहीद के बलिदान पर गर्व हैं, दोनों बेटियों ने पिता के शव पास उन्हें सेल्यूट भी किया। 

18 मार्च 1976 को शहीद का जन्म बटाला में हुआ था। शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत सेना में भर्ती हो गए। देश के कई हिस्सों में उन्होंने अलग-अलग पद पर काम किया। पिछले कुछ समय पूर्व वह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात थे। वर्ष 2015 को उन्हें सूचना हासिल हुई कि आतंकियों की तरफ से बड़ा हमला किया जा सकता हैं। आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए क्षेत्र में घेराबंदी कर दी गई। 

जंगल में घात लगाकर बैठे बड़ी संख्या में आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू की। इधर, सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब देना आरंभ कर दिया। एकदम आतंकियों ने शहीद की तरफ गोलियां बरसानी आरंभ कर दी। शहीद ने देखा कि गोली अन्य साथी लगने वाली हैं। उसको बचाने की खातिर खुद खा ली। गोली जबड़े पर लगीं। तब से लेकर अब तक कोमा में चला गया था शहीद। 

बताया जा रहा है कि दिमाग की नसों ने काम करना बंद कर दिया था। शारीरिक गतिविधि बिल्कुल बंद थी। सोमवार को जालंधर के सैनिक अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ते-लड़ते खुद दम तोड़ दिया। सेना के बड़े अधिकारियों से लेकर राजनीति के बड़े नेताओं ने परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई। 

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