वरिष्ठ पत्रकार.बटाला /गुरदासपुर।
इस शहर की कानून व्यवस्था खराब हो चुकी है। लूटपाट , घिनौना अपराध, हत्या जैसी घटनाएं तो आम बात हो चुकी है। मामला, जुड़ा है पंजाब के जिला पुलिस बटाला क्षेत्र से। बाजार में सरेआम सुनार की दुाकन से लाखों का आभूषण तथा नकदी लूट फरार हो गए। वारदात को अंजाम देने वालों की कुल संख्या 3-4 बताई जा रही है। इनमें एक लूटेरे ने निहंग सिंह का भाना डाल रखा था। पिस्टल तथा तेज हथियार की नोक पर वारदात को अंजाम दिया गया। इस वारदात से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खडे़ हो रहे है। जनता पुलिस प्रमुख से इस वारदात का जवाब मांग रही है तथा इंसाफ के लिए होथ जोड़ कर गुहार भी लगा रही है।
भारत-पाकिस्तान सीमांत क्षेत्र से जुड़ा पंजाब का बटाला शहर इन दिनों अपराध की गिनती में काफी इजाफा कर चुका है। पुलिस की अपराध पर नकेल बिल्कुल ढीली पड़ गई है। इसलिए, आए दिन कोई न कोई छोटी-बड़ी आपराधिक वारदात हमेशा किसी न किसी पेज की सुर्खियां बन जाती है। हैरान करने वाली बात, पुलिस कोई बड़ी कार्रवाई करने में अब तक नाकाम ही दिखाई दे रहा है। शनिवार का दिन, दोपहर 2 बजे का समय, सरे बाजार में एक सुनार की दुकान में बारी-बारी करके 3 लोग घुस जाते है। वह सभी आभूषण दिखाने के लिए सुनार को बोलते है। सुनार, उन्हें कई प्रकार के आभूषण पसंद करने के लिए बारी-बारी अपने मेज पर रख देता है।
मौका देख सभी हथियार बाहर निकाल कर सुनार को डराते है तथा वहां से लाखों का आभूषण तथा नकदी उड़ा ले जाते है। सुनार ने अपना जान को सुरक्षित रखने के लिए कुछ समय वारदात के बारे किसी को नहीं बताया। जब सभी वहां से फरार हो जाते है तो पुलिस को फोन किया जाता है। पास में लगे सीसीटीवी कैमरा की मदद से पुलिस तलाश कर रही है। लेकिन, अब तक किसी का कोई सुराग हासिल नहीं हुआ।
इस क्षेत्र की है वारदात
बताया जा रहा है कि वारदात मान नगर क्षेत्र की है। दिन दहाड़े लुटेरों ने बब्बर ज्वैलर की दुकान को निशाना बनाया। 13 तोला सोना तथा 5 हजार मकदी लूटने की बात सामने आई। पता चला है कि वारदात को अंजाम सुनार की कनपटी पर पिस्टल लगाकर अंजाम दिया। अन्य लूटरों के पास तेजधाऱ हथियार होने की बात की पुष्टि भी हुई। एक लूटेरे ने निहंग सिंह का भाना डाल रखा था। अज्ञात लूटेरों के खिलाफ मामला दर्ज करने की पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने पुष्टि कर दी।
पुलिस प्रमुख से लेकर संबंधित थाना पर खड़ा होता मामला
इसनी बड़ी वारदात वो भी दिन दहाड़े हो जाती है, उसे लेकर अब पुलिस प्रमुख तथा संबंधित थाना प्रभारी से लेकर क्षेत्र में गश्त करने वाले सभी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है कि कैसे ये लोग वारदात को अंजाम दे गए। क्योंकि नहीं पुलिस इस वारदात को नाकाम कर पाई। अपराध मुक्त का दावा करने वाली पुलिस के पास क्या अब जवाब है या फिर जांच का विषय बताकर इसे बिना सुलझाए ही मामले को ठंडा बस्ते में डाल दिया जाएगा।